लखनऊ। गेहूं उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है, पर अब गेहूं आधारित प्रसंस्कृत उद्योगों में भी उत्तर प्रदेश नंबर वन बनेगा। इसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पांच एकड़ जमीन पर देश का दूसरा व उत्तर भारत का पहला सेन्ट्रल मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट स्थापित करने जा रही है। यहां प्रशिक्षित कामगार तैयार होंगे जिनकी मांग न केवल भारत में बल्कि यूरोपीय देशों के साथ ही मध्य पूर्व देशों में भी रहेगा। यह संस्था आने वाले समय में मिलिंग उद्योग जगत में मील का पत्थर साबित होगा। यह बातें शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कही।
उत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन की 61वीं वार्षिक साधारण सभा का आयोजन लखनऊ के एक होटल में किया गया। मुख्य अतिथि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार उद्यमियों के विकास व उद्योग जगत के निरंतर बेहतरी के लिए कार्य कर रही है, जिसका परिणाम अब हमें जमीन पर स्पष्ट रुप से देखने को मिल रहा है। आज अपने उत्तर प्रदेश में नित नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही है, जिससे न केवल अपना उत्तर प्रदेश विकास के मार्ग पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। अपितु किसानों को उनकी ऊपज का उचित मूल्य भी प्राप्त हो रहा है साथ ही रोज़गार के अनेक नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। वो दिन दूर नहीं जब हमारा उत्तर प्रदेश देश में एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी वाला प्रथम प्रदेश बनेगा।
विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने कहा आज सरकार की मंशा प्रदेश में स्थापित उद्योगों के सफल संचालन व नए उद्योगों को स्थापित करने में आने वाली समस्त बाधाओं को सहज रुप में दूर कर एक अच्छा औद्योगिक माहौल विकसित करना है, जिससे न केवल उत्तर प्रदेश के उद्यमी अपितु अन्य राज्यों के उद्यमी भी अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के लिए उत्साहित हैं। संगठन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र जैन ने कहा कि अब प्रदेश के समस्त उद्यमी भय रहित वातावरण में स्वछंद रुप से अपने उद्योग का संचालन करते हुए न केवल प्रदेश के विकास में अपना अंशदान दे रहे है बल्कि रोजगार के नए अवसर सृजित करके हुए अनेक कामगारों को नौकरी भी प्रदान कर रहे हैं।
उपाध्यक्ष दीपक बजाज ने कहा कि रोलर फ्लोर मिलिंग उद्योग किसानों व आम उपभोक्ता से प्रत्यक्ष रुप से जुड़ा ऐसा उद्योग है जो कि हमारे अन्नदाता किसानों को उनकी ऊपज का सर्वश्रेष्ठ मूल्य देकर उनकी आय में बढ़ोतरी करते हुए संबल प्रदान करता है। साथ ही आम उपभोक्ता के दैनिक उपभोग की खाद्य पदार्थ आटा, मैदा, सूजी को लोकहित में न्यूनतम लाभ के साथ बाजार में बेचता हैं। आज अपना उत्तर प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में प्रथम स्थान रखता है अब हमें जरुरत है गेहूं के प्रसंस्कृत उद्योगों में क्रांति लाते हुए रोलर फ्लोर मिलों का पुनरुत्थान करते हुए उच्च क्वालिटी के गुणवत्ता युक्त आटा मैदा सूजी तैयार करना है जिससे अपना प्रदेश गेहूं उत्पादन के साथ साथ गेहूं आधारित प्रसंस्कृत उद्योगों में भी पूरे भारतवर्ष में नंबर एक बन सके।