कोलकाता। 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस से निलंबित शेख शाहजहां से पूछताछ करने की अनुमति के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की जिला अदालत का दरवाजा खटखटाएगा।
बता दें कि शेख शाहजहां 6 मार्च से ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में है और उसको बशीरहाट की निचली अदालत ने नौ अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सूत्रों की मानें तो ईडी पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में शेख शाहजहां से पूछताछ की अनुमति के लिए शनिवार को जिला अदालत का रुख करेगी।
इसके साथ ही सूत्रों ने जानकारी दी कि ईडी अधिकारी शेख शाहजहां से अधिक विस्तृत और गहन पूछताछ के लिए अगले सप्ताह कोलकाता में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत का भी दरवाजा खटखटाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के सिलसिले में सीबीआई के अधिकारी शेख शाहजहां से लंबे समय से पूछताछ कर रहे थे। हालांकि, ईडी के अधिकारियों को राशन वितरण मामले में उनसे पूछताछ करने का एक बार भी मौका नहीं मिला, इसलिए उनके अधिकारियों को लगता है कि मामले में केंद्रीय एजेंसी की जांच को आगे बढ़ाने के लिए उनसे पूछताछ करने का यह सही समय है।
वास्तव में, ईडी और उनके साथ आए सीएपीएफ कर्मियों पर 5 जनवरी को शेख शाहजहां के सहयोगियों द्वारा संदेशखली में हमला किया गया था, जब केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने राशन-वितरण मामले में उनके आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान की कोशिश की थी।
ईडी पहले ही शेख शाहजहां की 13 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। गुरुवार को सीबीआई की तरफ से पेश हुए वकील ने बशीरहाट की जिला अदालत को बताया कि शेख शाहजहां ने 5 जनवरी को ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले को अंजाम देने के लिए फोन पर स्थानीय असामाजिक तत्वों को बुलाया था। सुनवाई के दौरान, सीबीआई के वकील ने दो व्यक्तियों-जियाउद्दीन मोल्ला और दीदारबक्स मोल्ला- का नाम लिया, जिनके साथ शाहजहां ने 5 जनवरी को हमले से पहले बातचीत की थी।