लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर परिवहन विभाग ने अधिकारियों व कर्मचारियों की 06-06 घंटे की रोटेशन में ड्यूटी लगाते हुए ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंन्सी को समाप्त कर दिया है। प्रदेश में स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस के कुल 11 लाख 50 हजार लंबित मामले थे। अब कोई भी लाइसेंस लंबित नहीं है।
परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि आवेदकों को यथासमय ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त हो, इसके लिए विभाग निरन्तर प्रयासरत था। उन्होंने बताया कि टेक्निकल समस्याओं को दूर कराते हुए डी.एल. की पेंडेंन्सी को समाप्त करने का कार्य किया गया है। लोगों को अब समय पर डीएल प्राप्त होंगे। किसी भी आवेदक को अब डी.एल. प्राप्त करने में असुविधा नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि विगत कुछ माह से लोगों को डी.एल. प्राप्त करने में असुविधा हो रही थी। तकनीकी कारणों से डी.एल. समय से नहीं बन पा रहे थे। लोगों की शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए इसे तत्काल दूर कराने का कार्य परिवहन विभाग ने किया है।