लखनऊ । उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिए लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मातहतों को निर्देश देते रहते हैं। रविवार को भी उन्होंने अधिकारियों को जिला स्तर से लेकर जोन स्तर पर समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिये हैं।
उन्हाेंने कहा कि समीक्षा बैठक में अपराधिक घटनाओं से लेकर पेंडिंग मामलों पर चर्चा हो और लापरवाही करने वालों पर एक्शन लिया जाए। हर घटना एक सबक होती है, इससे फील्ड में तैनात अधिकारी सीख लें और एक्टिव रहें ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं प्रदेश में न हों और समय रहते उनको रोका जा सके। शोहदों पर नकेल कसने के लिए दोबारा एंटी रोमियो अभियान चलाया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में जिला स्तर पर साइबर क्राइम थाना और थाना स्तर पर साइबर सेल का गठन करने के भी निर्देश दिये हैं। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जनपदों में तैनात एडीजी, आईजी रेंज की पाक्षिक और डीजीपी एडीजी जोन की मासिक समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए है। साथ ही जिलों के पुलिस कप्तान, पुलिस कमिश्नर थाना की साप्ताहिक समीक्षा बैठक करें। समीक्षा बैठक में प्रदेश में आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने, शिकायती पत्रों के शत-प्रतिशत निस्तारण, चार्ज शीट और पेंडिंग मामलों के तेजी से निस्तारण कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घटना एक सबक है। अंबेडकरनगर की घटना से पुलिस अधिकारी सबक लें और दोबारा ऐसी घटना न हो इसको लेकर अलर्ट रहें। पूरे प्रदेश में शोहदों पर नकेल कसने के लिए दोबारा एंटी रोमियो स्क्वाड को एक्टिव किया जाए और अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।
जिला मॉनिटरिंग कमेटी (डीएम, एसपी, एसएसपी कमिश्नर, जिला जज) की बैठक निरंतर हो ताकि समय से चार्जशीट दाखिल होती रहे। इसमें पॉक्सो और महिला अपराध पर खास फोकस रखा जाए। लव जिहाद के मामलों में नये कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश के लगभग सभी थाने सीसीटीवी से लैस हो गये हैं, जहां काम चल रहा है वहां एक हफ्ते में पूरा किया जाए। अभी रेंज स्तर पर साइबर क्राइम थाने बने हैं। अब इसे जिला स्तर पर बनाने की कार्रवाई शुरू की जाए।
इसी तरह जिला स्तर पर साइबर सेल संचालित हैं। इसे भी थाना स्तर पर संचालित करने के लिए कार्यवाही शुरू की जाए। इसके लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाए। वहीं, थाना स्तर पर साइबर सेल के संचालन के बाद भी साइबर हेल्प डेस्क का संचालन बंद न हो इसका विशेष ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री ने थाने स्तर से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने स्तर पर सोशल मीडिया पर निगेटिव खबरों को लेकर पैनी नजर रखने को कहा है ताकि प्रदेश में शांति का माहौल बरकरार है। प्रदेश में त्योहारों का सीजन शुरू हो रहा है। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे लोगों की सूची बनाकर कार्रवाई करें। प्रदेश में निवेश का माहौल है। इससे सभी को समझना होगा। निवेशकों को कोई परेशानी न हो और उनकी समस्या का बिना देरी किए निस्तारण हो, इसके लिए हर थाने में निवेशक मित्र तैनात किया जाए।
इसी तरह प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। ऐसे में पर्यटकों को सहायता के लिए थाने में पर्यटक मित्र पुलिस की तैनाती हो। उन्हाेंने कहा कि संवाद से ही समस्या का समाधान निलकता है। इसे ध्यान में रखते हुए थानेदार ग्राम चौकीदार के साथ बैठक करें और क्षेत्र की गतिविधियों को लेकर चर्चा करें।