अनूपपुर। मध्यप्रदेश में एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील के ग्राम खजुरवार में जहां मां नर्मदा नदी को निजी नाम में बाकायदा प्रकरण की सुनवाई के उपरांत चढ़ाया गया है।
दरअसल, प्रदेश में नदी, पहाड़ और तालाबों की जमीनें निजी नामों पर चढ़वाकर भू-माफिया द्वारा अपनी तिजोरियां भरने की खबरें बहुत आई हैं, लेकिन नई कहानी मां नर्मदा नदी को निजी नाम में चढ़ा कर बकायदा दोनों ऋतुओं की फसल भी ले ली गई। स्थिति यह है कि वर्तमान में नौ भूमि स्वामी पूरी तरह नर्मदा नदी के मालिक बने हुए हैं।
नर्मदा के उद्गम स्थल से 44 किमी. की दूरी पर मालिक बन गए लोग
अमरकंटक के पास 2013/14 में नर्मदा नदी के लगभग 15 एकड़ हिस्से को निजी नामों पर चढ़ा दिया गया। अधिकारी आते-जाते रहे, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही रिकॉर्ड दुरुस्त करने की कोशिश की। यह कारनामा नर्मदा के उद्गम स्थल से 44 किमी. की दूरी पर अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील के ग्राम खजुरवार में किया गया है। नर्मदा नदी को निजी नामों पर चढ़ाने का काम तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, आरआई व पटवारी द्वारा किया गया और जिला कलेक्टर के संज्ञान में यह भ्रष्टाचार अब तक नहीं आ पाया है।
राजस्व रिकॉर्ड में नर्मदा नदी के प्रवाह पर फसलों का होना भी दर्शाया गया
जिम्मेदार अधिकारी यही नहीं रुके उन्होंने राजस्व रिकॉर्ड में नर्मदा नदी के प्रवाह पर फसलों का होना भी दर्शा दिया। रबी व खरीफ के साथ ही सोयाबीन की फसल होने का रिकॉर्ड में उल्लेख किया है। राजस्व रिकॉर्ड का अवलोकन किया जाए तो मां नर्मदा नदी को निजी नाम में बाकायदा प्रकरण की सुनवाई के उपरांत चढ़ाया गया है। इसमें प्रकरण क्रमांक 1521/37-6(37)2021-22 में सुनवाई करते हुए खसरा नंबर 731/1/ख से 731/1/2/4 में परिवर्तित न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी प्रकरण क्रमांक 0040/16 (अ) 2020-21, आदेश दिनांक 30 जुलाई 2021 के अनुसार भू-अभिलेख अघतित किया गया। वहीं न्यायालय नायब तहसीलदार के प्रकरण क्रमांक 0474/अ-6/2022- 23 आदेश दिनांक 14/12/2022 के अनुसार भू-अभिलेख में निजी नाम चढ़ाया गया।
हैं नर्मदा नदी के मालिक
वर्ष 2013-14 में खसरा नम्बर 731/1 शासकीय 6.9370 हेक्टेयर (नदी) यह निष्क्रिय खसरा नम्बर था और शासकीय नदी में दर्ज था। (जुज) नदी (नर्मदा) में दर्ज रकबा था जो निष्क्रिय खसरा नम्बर था। वर्तमान में खसरा नम्बर 731/1 इस नम्बर के बटा नम्बर सभी भूमि स्वामी के हक में सक्रिय नम्बर में दर्ज है। खसरा नंबर 731/1/3 हीरा सिंह पिता गया सिंह गोंड निवासी अनूपपुर 1.0120 हेक्टेयर भूमि खसरा नंबर 731 / 1 / 2/4 पुरन सिंह पिता धरम सिंह जाति गोंड 0.2490 हेक्टेयर भूमि, 731/1/2/2 जमुना सिंह पिता जोहन सिंह जाति गोंड 0.2550 हेक्टेयर भूमि, 731/1/2/1/3 मुकेश सिंह पिता जोन्हु सिंह जाति गोंड 0.0850 हेक्टेयर भूमि 731/1/2/1/2 महेंद्र सिंह पिता जोन्हु सिंह जाति गोंड 0.850 हेक्टेयर भूमि, 731/1/2/1/1 जोन्हु सिंह पिता गोबिन्द सिंह जाति गोंड 0.0840 हेक्टेयर भूमि 731/2 तीरथ पिता हरि राम जाति गोंड 1.4160 हेक्टेयर, 731 / 1 / 2/3 गलियारोबाई बेवा धरम सिंह गोंड एवं पुरन सिंह पिता धरम सिंह गोंड जाति गोंड 0.2550 हेक्टेयर भूमि 731/1/ख/1/1 गलियाबाई पति जोन्हु सिंह जाति गोंड 0.0840 के नाम दर्ज किया गया है। 9 भूमि स्वामी पूरी तरह नर्मदा नदी के मालिक वर्तमान में बने हुए हैं।
जिलाधीश का कहना है
कलेक्टर अनूपपुर आशीष वशिष्ठ से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मुझे खसरा नंबर एवं ग्राम का नाम भेज दें। मौके का मुआयना और परीक्षण कराने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।