गुरुग्राम। नूंह में हिन्दुओं की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा पर हमले के बाद से क्षेत्र में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को जुमा की नमाज मस्जिदों में अदा करने की अनुमति नही दी। जिला प्रशासन ने लोगों से अपने घरों में ही नमाज पढ़ने का आग्रह किया। नूंह में अभी भी कर्फ्यू और धारा 144 लगी हुई है, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील भी दे रहा है।
शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क रहा। नगर का माहौल धीेरे धीरे तनाव से बाहर निकलकर सामान्य हो रहा है। इस सकारात्मक माहौल को बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन ने मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने की अनुमति नही दी। प्रशासन की अपील पर लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की। जुमे को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने शुक्रवार को पूरे दिन हर स्थिति पर नजर रखी रही।
हिंसा भडक़ाने के आरोप में अब तक 243 पहुंचे जेल
बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा पर हमला के बाद भड़की सामुदायिक हिंसा पर शासन-प्रशासन ने जल्द ही काबू पा लिया, लेकिन इस हिंसा के आरोपितों की धरपकड़ अभी जारी है। पुलिस अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी करके आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेज रही है। इस हिंसा में अंब तक 243 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है। इनमें राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी भी शामिल है। कोर्ट ने उसे सुरक्षा के लिहाज से नूंह जेल में न रखकर फरीदाबाद की नीमका जेल में रखा है।
इमाम फजरू की तलाश में कोसी व अलीगढ़ जाएगी पुलिस
नूंह हिंसा में गिरफ्तार सभी 243 आरोपित एक ही समुदाय के हैं। हिंसा में शामिल और अफवाह फैलाने वालों की धरपकड़ में पुलिस लगी है। अफवाह फैलाने का आरोप नल्हड़ गांव की मोहम्मद पुरिया मस्जिद के इमाम फजरू मियां पर भी है। उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। फजरू ने लाउडस्पीकर के माध्यम से अनाउंसमेंट करके कहा था कि हिन्दू समाज के लोग नल्हड़ मंदिर के पास मुस्लिम लोगों को लूट रहे हैं। इस अनाउंसमेंट से ही मुस्लिमों ने उत्पात मचाना शुरू किया। फजरू अभी वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस गुप्त सूत्रों से उसकी जानकारी जुटा रही है। इमाम फजरू की तलाश में एसटीएफ व अपराध शाखा की टीमें यूपी भी जाएंगी। फजरू के मथुरा क्षेत्र में कोसी व अलीगढ़ के क्षेत्रों में छिपे होने के इनपुट मिले हैं।