नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगन्नाथ सरकार ने मंगलवार को बांग्लादेश के राजनीतिक संकट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पड़ोसी देश की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इतिहास में बांग्लादेश भारत का ही हिस्सा था। हमारे ही लोग वहां रह रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि वहां स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में प्रयास किए जाएं।
बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बांग्लादेश के राजनीतिक संकट को ध्यान में रखते हुए कड़े कदम उठाने होंगे। अगर समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो वहां स्थिति सामान्य नहीं हो पाएगी, जिसका खामियाजा वहां की आम जनता को भुगतना होगा। बांग्लादेश हमारे ही देश का हिस्सा था। बाद में इसे हमारे देश से अलग कर दिया गया। बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता देने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। फिलहाल वहां रहने वाले अल्पसंख्यक लोगों को सुरक्षा प्रदान करना हमारी सरकार का कर्तव्य बनता है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम वहां पर स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में कड़े कदम उठाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पर लगातार स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में एक्शन मोड में हैं। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर की इस संबंध में मुलाकात भी हुई थी। मैं एक बंगाली नेता होने के नाते कह रहा हूं कि वहां पर स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में मौजूदा सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।” बीजेपी नेता ने कहा, “मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि वहां पर सभी अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करना हमारी सरकार की जिम्मेदारी बनती है। मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर हमने समय रहते इस दिशा में कदम नहीं उठाए, तो वहां कोई नहीं बचेगा।” बांग्लादेश में बिगड़े हालात के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर भारत आ चुकी हैं, लेकिन अभी तक उनके भारत में शरण लेने पर मुहर नहीं लग पाई है।
माना जा रहा है कि वे इंग्लैंड में शरण ले सकती हैं। उधर, बांग्लादेश में सेना जल्द ही एक अंतरिम सरकार का गठन कर सकती है। प्रदर्शनकारी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। बांग्लादेश के हालात को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी देते हुए यह आश्वासन भी दिया कि पड़ोसी देश पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है। बैठक में बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी जानकारी दी गई।
बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने इस मसले पर सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिया। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी भी दी कि, बांग्लादेश में 20 हजार भारतीय थे, जिसमें से ज्यादातर छात्र थे। सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद उसमें से 8 हजार छात्र भारत लौट आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है। वहां स्थिति लगातार बदल रही है और आगे जैसे-जैसे बदलाव होगा, सरकार इसके बारे में फिर से जानकारी देगी।