नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में आए नतीजों के बाद एक बार फिर से देश में ईवीएम पर बहस शुरू हो गई है। कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है, वहीं जवाब में भाजपा उन्हें कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना की जीत की याद दिला रही है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विधान सभा चुनाव में भाजपा की जीत पर सवाल उठाते हुए ईवीएम से वोटिंग पर सवाल उठाया। कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल ही यह कहा था कि विपक्ष को नकारात्मकता छोड़नी चाहिए, लेकिन विपक्ष ऐसा करने को तैयार नहीं है।
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए मेघवाल ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि जब वह कर्नाटक में जीते थे, हिमाचल प्रदेश में जीते थे तो क्या उस समय ईवीएम से वोटिंग नहीं हुई थी क्या ?
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग तमाम तथ्यों की जांच करने के बाद, परीक्षण करने के बाद ईवीएम को लेकर सारे तथ्य सामने रख चुका है। इसके बाद भी इस तरह की शिकायत बार-बार करना सही नहीं है। अगर कांग्रेस को कोई शिकायत है तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाकर अपनी बात रखनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने आगे यह भी कहा कि चुनावी नतीजे पर सवाल उठाना एक तरह से मतदाताओं का अपमान है।
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि जब वह हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में जीते तब ईवीएम पर सवाल नहीं उठाया, इस बार भी वे तेलंगाना में चुनाव जीते हैं लेकिन वहां भी ईवीएम पर सवाल नहीं उठा रहे हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष को न तो जनता पर विश्वास है और न ही चुनाव पर विश्वास है और इस तरह से जनादेश को अस्वीकार करना उनकी बहुत ही छोटी सोच है।