नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भारत की विदेश नीति और उसके बढ़ते प्रभाव पर गुरूवार को राज्यसभा के समक्ष ताजा जानकारी रखी। हालांकि इस दौरान विपक्ष मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग करता रहा। मणिपुर हिंसा पर चर्चा न कराए जाने से नाराज विपक्ष के सांसद अपना विरोध जताने के लिए गुरुवार को सदन में काले कपड़े पहन कर आए थे।
इस पर तंज करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा में नेता पियूष गोयल ने कहा कि इन लोगों का मन काला है और आज तन पर भी काला है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर के संबोधन के विषय में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा संसद में विदेश मामलों पर 30 मिनट का अंतहीन बयान पढ़ते, पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री व सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए, मणिपुर की तकलीफों से ज्यादा महत्वपूर्ण है पर्यटन।
संसद में गुरुवार को विपक्ष के सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। विपक्षी सांसदों के मुताबिक मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर अपना विरोध जताने के लिए उन्होंने यह निर्णय लिया है।
दरअसल कांग्रेस समेत अधिकांश विपक्षी दलों की मांग है कि मणिपुर हिंसा मुद्दे पर राज्यसभा में नियम 267 के तहत विस्तार से चर्चा होनी चाहिए।
विपक्षी दलों का कहना है कि प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में बयान दें और फिर उस बयान पर चर्चा कराई जाए।
दूसरी ओर सरकार व सभापति ने शॉर्ट ड्यूरेशन डिस्कशन के लिए अपनी स्वीकृति दी हैॉ। इस मांग को लेकर संसद में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच लगातार टकराव लगातार जारी है।
विपक्षी सांसदों द्वारा काले कपड़े पहने जाने पर राज्यसभा में सदन के नेता, पीयूष गोयल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने गंभीर मामले पर भी राजनीति हो रही है। ये भारत के सम्मान का मामला है, दुनिया के सामने भारत की उभरती छवि का मामला है। मुझे लगता है कि जो लोग काले कपड़े पहन रहे हैं वो देश की बढ़ती ताकत को नहीं समझ सकते। उनका वर्तमान, अतीत और भविष्य काला है, लेकिन हमें उम्मीद है कि उनके जीवन में भी रोशनी होगी।