मुजफ्फरनगर। थाना सिविल लाइन क्षेत्र की कच्ची सड़क जसवंतपुरी स्थित स्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल जच्चा-बच्चा केंद्र पर आज मुस्तफाबाद पचेंडा के ग्रामीणों ने उस वक्त हंगामा खड़ा कर दिया, जब उनकी पुत्रवधू आसमां की डिलीवरी के दौरान नवजात शिशु की स्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मौत हो गई।
पीड़ित परिजनों ने हॉस्पिटल के चिकित्सकों पर आरोप लगाया कि पिछले 5 साल से उनकी पुत्रवधू आसमा का इलाज यही पर चल रहा था। लाखों रुपए की अवैध उगाही भी की गई उसके बाद गत कल गर्भवती आसमां को रूटीन चेकअप के लिए हॉस्पिटल लाए थे। चिकित्सकों ने कहा कि डिलीवरी होनी है यहीं पर भर्ती करा दो परिजनों का आरोप है कि अभी पीड़ित आसमां मात्र 8 माह की गर्भवती थी टाइम भी पूरा नहीं हुआ था जबरदस्ती नॉर्मल डिलीवरी करने के चक्कर में उनके नवजात शिशु की हत्या कर दी। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल में ना तो बच्चों के लिए आईसीयू वार्ड है और ना ही गर्भवती महिलाओं के लिए कोई सुविधा उपलब्ध है।
पीड़ित महिला के देवर दानिश ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे प्रखंड के शिकायत थाना सिविल लाइन पुलिस और डायल 112 को कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जब नवजात शिशु की मौत के बाद हॉस्पिटल के चिकित्सक नंगे पैर ही हॉस्पिटल को छोड़कर भागते बने। उन्होंने मांग की वह चाहते हैं कि आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाए जिससे कि यह किसी ओर नवजात शिशु की जान ना ले ले।