नई दिल्ली। समुद्र में मछली पकड़ रहे भारतीय मछुआरों की नाव की श्रीलंकाई नौसैनिक जहाज के साथ टक्कर हो गई। इससे एक मछुआरे की मौत हो गई और एक लापता है। नाव में चार मछुआरे सवार थे। घटना भारत-श्रीलंका जल सीमा के पास स्थित कच्चातिवू द्वीप से पांच नॉटिकल मील उत्तर की है। विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर घटना की जानकारी दी। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
इस घटना में दो मछुआरों को बचा लिया गया और उन्हें सुरक्षित रूप से श्रीलंका के कंकसंतुरई में ले जाया गया है। लापता मछुआरे की तलाश के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है। इस घटना के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को कंकसंतुरई भेजा। उन्हें मछुआरों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। भारतीय वाणिज्य दूतावास की टीम स्थिति की निगरानी कर रही है और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों को सुनिश्चित कर रही है। साथ ही विदेश मंत्रालय ने श्रीलंकाई कार्यवाहक उच्चायुक्त को नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय में बुलाया। इस दौरान भारत सरकार ने श्रीलंकाई नौसैनिक जहाज और भारतीय नाव के बीच टक्कर पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। भारतीय अधिकारियों ने घटना की गंभीरता से जांच की मांग की और इस पर गहरा खेद व्यक्त किया।
प्रेस रिलीज में कहा गया है, “कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त भी इस मामले को श्रीलंकाई सरकार के समक्ष उठाएंगे और उचित कार्रवाई की मांग करेंगे। भारत सरकार ने हमेशा मछुआरों से संबंधित मुद्दों को मानवीय दृष्टिकोण से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया है। मौजूदा समझौतों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। बल के प्रयोग की कोई संभावना न रहे, इसके लिए प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए। भारत सरकार मछुआरों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। भारतीय मछुआरों से संबंधित मुद्दों को नियमित रूप से श्रीलंकाई नेतृत्व के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया गया है और सरकार ने मछुआरों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बनाए रखी है।”