पटना। बिहार विधानसभा में गुरुवार को भी विपक्ष ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने अपने मोबाइल पर एक वीडियो क्लिप दिखाना शुरू कर दिया और कहा कि पाठक ने विधायकों और शिक्षकों के विरुद्ध अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग के समर्थन में राजद के भाई वीरेंद्र समेत अन्य सदस्य भी अपनी सीट से खड़े होकर जोर-जोर से एक साथ बोलने लगे ।
इस बीच सभाध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हुए प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की, इसी दौरान विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए । शोरगुल के बीच ही प्रश्नकाल जारी रहा । कुछ देर बाद संसदीय कार्य और शिक्षा मंत्री विपक्षी सदस्यों के उठाए जा रहे सवाल पर सरकार का पक्ष बताने के लिए खड़े हुए तब सभाध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से पहले अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया। इसके बाद सभी सदस्य अपनी सीट पर लौट आए।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि स्कूल के समय के संबंध में सदन में मुख्यमंत्री की बुधवार को की गई घोषणा को लागू किया जाएगा और यदि कुछ जिलों में जिलास्तर के पदाधिकारी ने इसके विपरीत कोई आदेश दिया है तो सरकार उसे जरूर देखेगी । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सदन में जो घोषणा है उसका अनुपालन सरकार सुनिश्चित करेगी ।