शिमला। आपदा की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश में मौसम के तेवर फिर डराने वाले हैं। राज्य के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार सुबह से बादल बरस रहे हैं। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में भारी बारिश को लेकर शिमला सहित 10 जिलों को अलर्ट किया है। आगामी 25 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून के सक्रिय होने से अगले तीन दिन व्यापक वर्षा होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि 23 व 24 अगस्त को भारी वर्षा का ओरेंज और 25 अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है। ये अलर्ट जिन 10 जिलों के लिए जारी हुआ है, उनमें शिमला, चम्बा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, बिलकुल, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर शामिल हैं। इन जिलों में अगले 24 घण्टों के दौरान बाढ़ आने की भी चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन इन जिलों में भूस्खलन व पेड़ों के गिरने की आशंका जताई है और घरों से बाहर निकलते समय लोगों को सावधानी बरतने को कहा है। लोगों व सेलानियों से अपील की गई है कि वे भूस्खलन संभावित इलाकों और नदी-नालों के तटों की तरफ न जाएं। 27 अगस्त तक राज्य में मौसम खराब रहेगा।
भूस्खलन से 280 सड़कें बंद, 703 ट्रांसफार्मर ठप, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर फंसे सैंकड़ों वाहन
इस बीच पिछले दिनों हुई बारिश से अवरुद्ध हुई कई सड़कें अभी भी बहाल नहीं हो पाई हैं। खराब मौसम के कारण सड़कों को खोलने में दिक्कतें आ रही हैं। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार सुबह तक राज्य में दो नेशनल हाइवे समेत 280 सड़कें बंद हैं। मंडी जिला में 162, सोलन में 32, कूल्लु में 25 सड़कें अवरुद्ध हैं। मंडी जिला में एनएच-21 और कुल्लू में एनएच-305 बंद है।
मंडी जिला में पंडोह के समीप चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे-21 के बाधित होने के कारण हाइवे के दोनों ओर एक हजार के अधिक वाहन जाम में फंस गए है। कुल्लु से मंडी की ओर आ रहे वाहनों की बात करें तो 600 के करीब वाहन कैंची मोड़ के पीछे फंसे हुए है। वहीं मंडी से कुल्लू की ओर जा रहे 700 के करीब वाहन 4 मील से 9 मील के बीच में फंसे हुए है। बारिश व लगातार मौसम खराब होने के चलते इस मार्ग को खोलना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
अतिरिक्त पुलिस अधक्षक सागर चंद्र ने बताया कि अस्थाई लिंक रोड़ बंदं होने के कारण कैंची मोड से जोगनी माता मंदिर तक सैंकड़ों वाहन फंसे हुए है। इन फंसे हुए वाहनों में से छोटी गाड़ियों को को बजौरा वाया कंमाद भेजा जा रहा है। इस वैकल्पिक मार्ग पर सुबह 10 बजे तक कुल्लू से मंडी की ओर वाहनों को भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि बजौरा-कमांद मार्ग भी जगह जगह भूस्खलन हुआ है।
राज्य में 703 बिजली ट्रांसफार्मर भी खराब हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 642 ट्रांसफार्मर बंद हैं। हमीरपुर में 41 और चम्बा में 13 ट्रांसफार्मर ठप हैं। मंडी में 91, शिमला में 12 और चंबा में एक पेयजल परियोजना ठप है।