नई दिल्ली। नीट परीक्षा पर घमासान जारी है। एक तरफ देश भर के अलग-अलग जगहों पर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी इसको लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने सवाल उठाते हुए कहा है कि सरकार से सवाल है कि क्या आपने इंस्टीट्यूशनल फेलियर को छुपाने के लिए 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणामों के साथ नीट का रिजल्ट निकलवाया। संदीप पाठक ने ये आरोप लगाया कि अभी जिस तरह से बीजेपी की सरकार और मंत्री कह रहे हैं कि नीट के एग्जाम में स्थानीय स्तर पर गड़बड़ी है, यह सरासर गलत है। देश के कई हिस्सों में नीट के पेपर लीक हुए हैं।
यह स्थानीय विफलता नहीं है। संदीप पाठक ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि नीट एग्जाम के मार्किंग में कई गड़बड़ियां हुई हैं। ग्रेस मार्क का कोई आधार नहीं है। छात्रों को 717, 718 और 719 नंबर मिले हैं। यह संभव नहीं है। मार्किंग में गड़बड़ी शिक्षा मंत्री के स्थानीय स्तर पर गड़बड़ियों के दावे को गलत साबित कर रही है। यह एक इंस्टीट्यूशनल फ्रॉड है। संदीप पाठक ने बताया कि यूजीसी नेट का पेपर भी लीक हुआ था और पेपर होने के अगले दिन ही इसे रद्द कर दिया गया। एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं। यह पूरे सिस्टम का फेलियर है।
उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार पुलिस कांस्टेबल की भर्ती गुजरात की एक प्राइवेट कंपनी से करवाती है। इस परीक्षा में धांधली हुई और कंपनी का मालिक विदेश भाग गया। भाजपा सरकार में जो भी फ्रॉड करता है ,उसे हाथ पकड़कर विदेश भगा दिया जाता है। वहीं यूपी के सीएम योगी ने बुलडोज़र चलवाकर ख्याति पाई है तो क्या वह अपनी बुलडोज़र लेकर गए उस कंपनी के मालिक के पास? संदीप पाठक के मुताबिक हर वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में करोड़ों छात्र पेपर देने बैठ रहे हैं और पिछले 7 साल में 70 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। प्रधानमंत्री जी बताएं, इन 70 पेपर लीक मामलों में उन्होंने क्या किया? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी, आप श्रेष्ठ भारत बनाने की बात कर इस देश के बच्चों के भविष्य को बेच रहे हो।
एनटीए में ऐसा क्या है कि बार-बार पेपर लीक हो रहे हैं। कमेटी बनाने से कुछ नहीं होगा। सरकार सबसे पहले यह बताए कि जो अभी चोरी हुई है, उसका चोर कौन है। वहीं एनटीए को लेकर देखना चाहिए कि दिक्कत कहां है और उसमें सुधार लाना चाहिये। संदीप पाठक ने मांग की है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अब जाकर नैतिक जिम्मेदारी ली है और अब उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि मैं प्रधानमंत्री से कहूंगा कि आप पूरे देश से माफी मांगिये और अपने शिक्षा मंत्री से इस्तीफा लीजिए।