नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनी हाई-फाई सोसायटियों में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान है। इन सोसायटियों में रहने वाले लोग बिल्डर की मनमानी के चलते बिजली-पानी की समस्याओं को लेकर खासे परेशान है।
आज अजनारा होम्स के निवासियों ने बिल्डर और मेंटेनेंस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए सोसायटी में प्रदर्शन किया। अध्यक्ष चंदन सिन्हा ने बताया कि मेंटेनेंस के 44 करोड़ बिल्डर को देने और फिर न मांगने के विरुद्ध लोगों में आक्रोश है। उन्होंने बताया कि मेंटेनेंस कई सालों से पूरे प्लेन्ड एरिया का लिया जा रहा है, जबकि आधा से अधिक कॉमन एरिया बना नहीं है या फिर अतिक्रमित है। उन खाली जगहों का बिल्डर स्टोर के रूप में स्वयं उपयोग में ले रहा है तथा निवासियों से उसका मेंटेनेंस चार्ज लिया जा रहा है।
साल भर पहले एनपीसीएल ने आदेश दिया था और पुलिस के सामने भी बिल्डर ने बोला था जिसका लिखित रिकॉर्ड है कि मेंटेनेंस और इलेक्ट्रिसिटी का अलग सिस्टम है, इलेक्ट्रिसिटी मीटर से मेंटेनेंस नहीं लेते, लेकिन अभी तक बिजली और मेंटेनेंस एक ही सिस्टम से रीचार्ज होते हैं और जबरदस्ती उस क्षेत्र का भी मेंटेनेंस लिया जाता है जो बना ही नहीं है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा लगभग 600 लोग रजिस्ट्री की बाट जोह रहे हैं। लेकिन प्राधिकरण का बिल्डर द्वारा बकाया चुकता न करने की वजह से ये भी संभव नहीं हो पा रहा।
इसके अलावा उचित रखरखाव के अभाव में लिफ्ट आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रही है। अग्निशमन उपकरण या तो लगे नहीं हैं या फिर बिल्डिंग की शोभा बढ़ा रहे हैं। पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, असेंबली एरिया, स्मोक डिटेक्टर, फायर अलार्म ये सब कुछ भी नहीं चलता। आग लगने की स्थिति में रास्ता ढूंढने के लिए जरूरी फायर पथ मार्किंग तक नहीं है। उन्होंने बताया कि पार्किंग के लिए यहां रोजाना लड़ाई होती है, क्योंकि बिल्डर ने बेसमेंट का काम पूरा नहीं किया। ऊपर के पार्किंग लेवल पर भी कई स्टोर सालों से ऐसे ही पड़े हैं जबकि काम बंद है।
उन्होंने बताया कि क्लब पूरा नहीं है, जिम बिना इंस्ट्रक्टर के चलता है। सोसायटी में पर्याप्त गार्ड व सीसीटीवी नहीं है। कुत्तों के झुंड कई बार निवासियों पर जानलेवा हमला कर चुके हैं, बेसमेंट में मोबाइल नेटवर्क नहीं आता। कोई हादसा होने पर लोग फोन करके गार्ड को बुला भी नहीं सकते। बिल्डिंग इतनी छोटी उम्र में ही खंडहर सी लगने लगी है। प्लास्टर झड़ रहे हैं, सालों से पेंट नहीं हुआ। बिजली जितनी बेची गई है या बैकअप जितना बेचा गया है, उससे कई गुना कम कैपेसिटी इंस्टाल है। फिक्स्ड चार्ज मनमाना है। बच्चों का झूला अभी तक लगा नहीं है। जो थोड़ा बहुत क्षेत्र बचा है उसमें आवारा कुत्तों का आतंक है।
उन्होंने बताया कि निवासी जब आवाज उठाते हैं तो उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है, बिजली-पानी काट दी जाती है, कूड़ा उठाना बंद कर दिया जाता है। इसकी शिकायत प्राधिकरण से कई बार की जा चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला। अध्यक्ष चंदन सिन्हा ने बताया कि आज एओए के चुने हुए प्रतिनिधियों सहित सभी निवासियों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर मेंटेनेंस एजेंसी और बिल्डर को समय रहते काम पूरा करने को कहा, अन्यथा दोबारा इससे बड़ा प्रदर्शन की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान सचिन धर, प्रशांत शुक्ला, अनिल ठाकुर, सुल्तान सिंह, अनूप दुबे सहित अन्य सोसायटी निवासी शामिल रहें।