भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। शनिवार को भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लोग भीषण गर्मी से बेहाल रहे। प्रदेश में शनिवार को दतिया सबसे गर्म रहा। यहां पारा 47.2 डिग्री सेल्सियम पहुंच गया। वहीं, ग्वालियर में लगातार तीसरे दिन भी खूब तपा। यहां दिन का अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 45 डिग्री पर पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे अधिक है। हालांकि, भीषण गर्मी के बीच सागर और विदिशा में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हुई।
भोपाल विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में कुछ शहरों में आंशिक बादल बने हुए हैं। आगामी 24 घंटों के दौरान तापमान बढ़ने के कारण भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि, ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू चलने की भी संभावना है। मौसम का इस तरह का मिजाज रविवार को भी बना रह सकता है। सोमवार से गर्मी के तेवर कुछ और तीखे होने के भी आसार हैं।
भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान दतिया में 47.2 डिग्री सेल्सियम दर्ज किया गया। वहीं ग्वालियर में दिन का अधिकतम तापमान 45 डिग्री पर पहुंच गया। यह ग्वालियर का इस सीजन का सबसे अधिक तापमान है। पिछले साल ग्वालियर में अधिकतम पारा 44.8 डिग्री तक ही गया था। इसके अलावा शनिवार को रतलाम, छतरपुर जिले का खजुराहो और नौगांव भी जमकर तपे। यहां पारा 44 डिग्री के पार रहा।
वहीं, शाजापुर और गुना में पारा 43 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। भोपाल में 41.8 डिग्री, इंदौर में 41.3 डिग्री, जबलपुर में 40.3 डिग्री और उज्जैन में पारा 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, सागर, सीधी, शिवपुरी, नरसिंहपुर, धार, दमोह, खंडवा, सतना और टीकमगढ़ में तापमान 42 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग में हीट वेव, यानी गर्म हवाएं चलने का भी अनुमान जताया है।
इधर, शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश भी हुई। विदिशा में दिन में गर्मी रही पर शाम को मौसम बदला और 20 मिनट तक पानी बरसता रहा। सागर के ग्रामीण इलाके चितौरा, कनेरादेव, सुरखी, गौरझामर, रहली में आंधी के साथ बारिश हुई। सागर-रहली मार्ग पर बमोरी बन्नाद के पास पीपल का पेड़ गिरने से आवागमन अवरुद्ध हो गया।
भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। वहां से एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। मध्यप्रदेश में जो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) ट्रफ लाइन के साथ एक्टिव है। एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर होगा। इसके चलते कहीं तेज गर्मी है तो कहीं बारिश-आंधी है। खासकर दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश-आंधी हो रही है। उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में भी तापमान बढ़ रहा है।
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवा का रुख भी दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण पूर्वी एवं दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश के शहरों में आंशिक बादल बने रहने के साथ ही हल्की वर्षा होने की संभावना बनी हुई है, लेकिन उत्तरी मध्य प्रदेश में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। इस वजह से ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू भी चल सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, मंदसौर, रतलाम के धोलावाड़, बैतूल, उत्तरी छिंदवाड़ा में तेज आंधी, बारिश और ओले गिरने का अनुमान है। नीमच में हल्की धूल भरी आंधी चल सकती है। यहां आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है। इसी तरह आगर, शाजापुर, उज्जैन, सीहोर, देवास, इंदौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, पन्ना, सागर, उत्तरी दमोह, सतना के चित्रकूट, उत्तरी सिवनी, पांढुर्णा, राजगढ़, रायसेन, भोपाल के बैरागढ़, दतिया, झाबुआ, रीवा, मऊगंज, मैहर, में भी आने वाले समय में मौसम बदल सकता है।