लखनऊ। पांच दिवसीय पर्व के पहले दिन शुक्रवार को पूरे प्रदेश में धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तान, पुलिस कमिश्नर और एडीजी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने गुरुवार की देर रात को जारी अपने बयान में कहा कि प्रदेश के प्रमुख सभी बाजारों, सर्राफा बाजार में पुलिस की गश्ती और पिकेट ड्यूटी लगायी जाए। सजगता के साथ पुलिसकर्मी अपने ड्यूटी का निर्वाहन करें। सादे वर्दी में महिला और पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाए। इन बाजारों में आने-जाने वाले वाहनों की आकस्मिक रूप से समय-समय पर चेकिंग की जाये।
बाजारों,सर्राफा मार्केट आदि क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग करते हुए पीआरवी वाहनों व मोटर साइकिल से भी गश्त कराया जाये। जनपद में स्थापित सीसीटीवी कैमरेऔर महत्वपूर्ण हॉटस्पॉट व संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी करायी जाये।
डीजीपी ने कहा कि त्योहार की दृष्टिगत रेलवे स्टेशन,बस स्टेशन,बाजार मनोरंजन स्थल, पार्क,मल्टीप्लेक्स आदि स्थानों पर सुदृढ़ पुलिस प्रबन्ध किया जाये। जन सहयोग से सम्बन्धित पुलिस थानों, अधिकारियों तथा अन्य महत्वपूर्ण नम्बरों का प्रचार प्रसार किया जाये। विस्फोटक पदार्थ, पटाखा विक्रेताओं के लाइसेन्स धारकों की थानावार सूची अद्यावधिक कर जिलाधिकारी कार्यालय से उसका मिलान कर लिया जाये।
आतिशबाजी के निर्माण एवं संग्रहण के सम्बन्ध में अनुज्ञापी आतिशबाजी निर्माता के भण्डारग्रहों की चेकिंग उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारी आदि के साथ सुनिश्चित की जाये। लाइसेन्स की शर्तों का उल्लंघन करने अथवा अवैध संग्रहण करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये। पटाखा दुकानदारों को फायर बिग्रेड के निर्देशों का पालन कराये और पटाखा दुकानों के पास अग्निशमन की समुचित व्यवस्था करते हुए अग्निशमन विभाग के कार्मिकों को सजग रहने के निर्देश दें।
डीजीपी ने कहा कि थाना प्रभारी एवं बीट अधिकारी द्वारा अपने-अपने बीटों में भ्रमण करें। संभ्रांत व्यक्तियों के साथ समन्वय बनाकर शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार को सम्पन्न कराये। जनपदों में प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवादों को हल कराया जाए।
उन्होंने सोशल मीडिया की विभिन्न माध्यमों जैसे एक्स,व्हाटसएप,फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। भ्रामक,आपत्तिजनक पोस्ट और अफवाहों का तत्काल सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेते हुये वैधानिक कार्यवाही की करते हुए अफवाहों का खण्डन किया जाये।