मेरठ। मेडिकल थाना क्षेत्र में तेजगढ़ी के पास पुलिस ने फर्जी मैरिज ब्यूरो गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ये फर्जी मैरिज ब्यूरो भोलेभाले युवक-युवतियों को शादी का लालच देकर फंसाता। उनसे पैसे, जेवर एडवांस में लेता। इसके बाद ठिकाना बदल देता। जब ग्राहक शादी कराने की बात करता तो उसे जान से मारने की धमकी देकर डराकर भगा देते। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया है।
गाजियाबाद प्रताप विहार का रहने वाले रामानंद पाठक ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही थी। इंटरनेट और दोस्तों की मदद से उसे मेरठ के इस शादी संगीत मैरिज ब्यूरो की जानकारी मिली। उसने इस मैरिज ब्यूरो की बेवसाइट पर जाकर अपना प्रोफाइल डाल दी। इसके बाद उसके पास आशु नाम के युवक का फोन आया।
उसने कहा कि मेरठ शास्त्रीनगर, पीवीएस मॉल के पीछे हमारे ऑफिस पर आ जाओ. यहीं हम शादियां कराते हैं, आपकी भी करा देंगे। आशु की बातों को सही मानकर रामानंद गाजियाबाद से अपने परिजनों के साथ 2 मई को मेरठ मैरिज ब्यूरो के दफ्तर पहुंचा। जहां उसे 3 लड़कियां दिखाई गईं। 12500 रुपए भी एडवांस लिए गए।
रामानंद ने बताया उससे कहा गया कि जो लड़की पसंद आएगी बता देना। रामानंद ने एक लड़की को पसंद कर फाइनल कर दिया। मैरिज ब्यूरो के स्टाफ ने कहा कि जो लड़की पसंद आई है उससे रोका करने के लिए इसे चांदी की पायल दिला दो। 5 दिन बाद आना आपकी कोर्ट मैरिज करा देंगे। रामानंद के परिवार ने लड़की को चांदी की पायल देकर रोका कर दिया। 5 दिन बाद रविवार को रामानंद ने कॉलर आशु से बात की तो उसने कहा कि तेजगढ़ी के पास हमारा नया आफिस लवबाइट नाम से है वहां आना होगा।
रामानंद शादी करने के चक्कर में रविवार को जब परिवार सहित लवबाइट ऑफिस पहुंचा तो वहां कुछ भी नहीं था। मैरिज ब्यूरो स्टाफ ने ग्राहक और उसके परिवार को डराया, धमकाया। कहा ऐसे ही शादी के नाम पर ठगी करते हैं। ज्यादा बोले तो जान से मार देंगे। अगर कहीं शिकायत की तो बचोगे नहीं। इसलिए चुपचाप भाग जाओ।
पीड़ित परिवार ने मेडिकल थाने में पुलिस को इस फर्जी मैरिज ब्यूरो की कहानी बताई। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की छापेमारी में 3 युवतियां पकड़ी गई 2 युवक मौके से भाग गए। जिनकी तलाश चल रही है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मेडिकल थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस पूछताछ कर जांच में जुटी है। आखिर इन लोगों ने अब तक कितनों को ठगा है। कहां से लोग इनके पास आते थे।