मुजफ्फरनगर। निकाय चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए जनपद की पुलिस अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह अवैध हथियार बनाने वालों पर पुलिस जहां छापेमारी कर रही है, तो वहीं अवैध शराब पर भी पुलिस ने अपना शिकंजा कस रखा है, जिसके चलते सोमवार देर रात मुजफ्फरनगर जनपद की पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर एक बंद पड़े ईट भट्टे पर चलती हुई अवैध असला फैक्ट्री पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान मौके से पुलिस ने जहां अवैध असलहा बना रहे 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, तो वहीं पुलिस ने बड़ी मात्रा में बने अधबने अवैध हथियारों के साथ हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए हैं। चरथावल थाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने खुसरोपुर रोड पर बंद पड़े एक ईट भट्टे पर मुखबिर की सूचना पर छापेमारी की।
छापामारी के दौरान मौके से पुलिस ने जहां अवैध हथियार बना रहे 6 अभियुक्त इकबाल, गोपाल, सुभाष, इरफान, गोपाल और जयपाल को गिरफ्तार किया है, तो वही छापेमारी के दौरान पुलिस ने घटनास्थल से 35 बने हुए तमंचे, मस्कट और 1०० से भी ज्यादा अधबने अवैध हथियारों के साथ हथियार बनाने के उपकरण भी बड़ी तादाद में बरामद किए हैं।
गिरफ्त में आए अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि आगामी निकाय चुनाव के चलते अवैध सलाह की डिमांड बढ़ जाने के कारण वह इन हथियारों को तैयार कर रहे थे। पूछताछ में यह बात भी प्रकाश में आई है कि इन हथियारों को बनाकर उनको आसपास के जनपदों में मांग के अनुसार सप्लाई करना था।
जानकारी के मुताबिक ये लोग 8 हज़ार रूपये की दर से तमंचा और 15 हज़ार रूपये की दर से मस्कट को मार्केट में बेचने का काम करते थे, अब पुलिस उन लोगों की जानकारी जुटाने में जुट गई है, जिन लोगों को यह हथियार सप्लाई किए जाने थे।
इस घटना की जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि आगामी निकाय चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जनपद में अवैध असलहा बनाने वाले एवं सप्लाई करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर एसओजी की टीम और थाना चरथावल टीम ने एक बड़ी फैक्ट्री पकड़ी है साथ ही 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
अभियुक्तों के पास से लगभग 100 से ज्यादा अधबने तमंचे व 35 के आसपास बने हुए तमंचे बरामद हुए हैं और पूरी जो फैक्ट्री व जिससे ये तमंचा बनाते हैं। वह पूरा सामान बरामद किया गया है। अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान यह पता चला कि यह आसपास के जनपदों में अपने बने हुए तमंचो की सप्लाई करते हैं एवं मुनाफा कमाते है। इस निकाय चुनाव में भी ये तमंचे सप्लाई करने का काम कर रहे थे।