मेरठ। 19 मार्च की रात अज्ञात युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। विवेचना के दौरान मृतक अज्ञात की शिनाख्त शादाब पुत्र मुवस्सिर अली निवासी ग्राम राधना इनायतपुर थाना किठौर जनपद मेरठ के रूप में हुई तथा अभियुक्त यश सैनी पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी सिहानी चुंगी कृष्णानगर गाजियाबाद का नाम प्रकाश में आया । घटना का अनावरण करते हुए अभियुक्त यश सैनी पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी सिहानी चुंगी कृष्णानगर थाना नन्दग्राम जनपद गाजियाबाद को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त यश सैनी की निशादेही पर मृतक शादाब का मोबाइल फोन व आधार कार्ड बरामद किया गया।
अभियुक्त से पूछताछ के दौरान बताया कि मैं और शादाब 18 मार्च को गाजियाबाद से नमो भारत ट्रेन से परतापुर आये थे, परतापुर से आटो में बैठकर बिजली बम्बा चौराहे फिर वहां से शादाब का भाई जमनानुगर में रहता है। जिसका नाम सबाहत है। मृतक शादाब ने मेरी बाइक मुझसे मांगकर करीब एक साल पहले अपने भाई सबाहत को दे दी थी। जिसको मैं वापस मांग रहा था। लेकिन सबाहत बाइक वापस देने को मना कर रहा था। हम लोग बाइक लेने शादाब के भाई सबाहत के घर गये उसने देने से साफ इन्कार कर दिया फिर हम लोग ठेके से देशी शराब लेकर कोई खाली जगह तलाश रहे थे। जहां बैठकर खाया पीया जा सके। हमें सडक के किनारे एक प्लाट खाली दिखाई दिया।
जहां कुछ ईट पत्थर पडे थे। हम दोनों वहीं बैठ गये। शादाब मुझसे ज्यादा नशा होने के कारण गाली देने लगा। उसने मेरे थप्पड मार दिया। मैने भी उसे थप्पड मार दियां उसने ईट उठाकर मेरे जबडे में मार दी। मेरे खून निकल आया मैने वहां पर दोनों हाथों में ईट लेकर उसके सिर में दो वार किये। जिससे वह लहूलुहान हो गया और थोडी देर में मर गया । मैं वहां से निकलकर बाहर आया उसके पास उसका मोबाइल और आधार कार्ड मिल्लत रेडीडेन्सी के आगे एक पोल के पास प्लाटिंग में छिपा दिये थे। जिससे कि पहचान न हो सके और मैं फिर ई रिक्शा से बैठकर सरकारी अस्पताल चला गया। जहां पर मैने अपना इलाज करवाया फिर अपने भाई को फोन किया मेरा भाई मुझे वहां से लेकर के गाजियाबाद चला गया। मैने अपने भाई को इस विषय में कुछ नहीं बताया। शादाब का मोबाइल व आधार कार्ड मैने बरामद करा दिया हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।