देहरादून। प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। हरक सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच निजी बातचीत का वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है। बातचीत के वीडियो के सामने आने के बाद प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पलटवार करते हुए हरक सिंह रावत को विश्वासघाती बताया है।
दरअसल, उत्तराखंड के दिग्गज नेता हरक सिंह रावत एक बार फिर चर्चाओं में हैं। हरक सिंह रावत की ऋषिकेश विधायक और सरकार में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से हुई निजी बातचीत सार्वजनिक हुई है। इसमें हरक सिंह रावत ऋषिकेश आईडीपीएल कॉलोनी के आवासों के ध्वस्तीकरण के आदेश को रोकने के लिए प्रेमचंद अग्रवाल से बातचीत कर रहे हैं।
बातचीत में हरक सिंह रावत कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को दांव-पेंच सिखा रहे हैं। इसके ऑडियो-वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद प्रेमचंद अग्रवाल की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत ने सस्ती लोकप्रियता के लिए ये काम किया है।
2022 के चुनाव में कांग्रेस में वापसी करने वाले हरक सिंह रावत विपक्ष में हैं। वह सत्तापक्ष को घेरने के लिए लगातार मौका तलाश रहे हैं। इसी बीच हरक सिंह ने ऋषिकेश में शासन के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान को लेकर स्थानीय विधायक और सरकार में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मोबाइल पर बातचीत की। जिसे सार्वजनिक कर दिया गया। सत्ता पक्ष ने इस तरह से निजी बातचीत को सार्वजनिक करने पर हरक सिंह रावत को घेरा है। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि लोगों के साथ विश्वासघात करना हरक सिंह रावत का पुराना तरीका है।
दरअसल, ऋषिकेश में अतिक्रमण हटाने के लिए चल रही कार्रवाई को लेकर विपक्ष के नेता हरक सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से फोन पर बातचीत की। फोन पर बरसात के दिनों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रोकने और स्थानीय लोगों को राहत देने की गुहार लगाई गई। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कोर्ट के कुछ आदेशों का हवाला दिया और अपनी मजबूरी बताई। जिस पर हरक सिंह रावत ने अपने तमाम अनुभव गिनाए कि कैसे कोर्ट के आदेशों के विपरीत भी वह जनता के हित में समाधान निकालते थे। इसी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।