देहरादून। डाक विभाग अब 150 वर्ष का हो गया है और विरासत से विकास की ओर बढ़ चला है। इस वर्ष विश्व डाक दिवस का थीम- ‘विभिन्न देशों में संचार को सक्षम बनाने और लोगों को सशक्त बनाने के 150 वर्ष’ है। पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड में बुधवार को बेहद अनोखे अंदाज में विश्व डाक दिवस मनाया गया।
विश्व डाक दिवस लोगों को यह याद दिलाने के लिए है कि कैसे डाक सेवाएं सभी के लिए आसान हो गई, जब दुनिया भर के देश आखिरकार एक समझौते पर पहुंचे जिसने डाक को आगे बढ़ाने के तरीके के बारे में सब कुछ बदल दिया। डाक सेवाओं ने लोगों के एक-दूसरे के साथ संवाद करने के तरीके को बहुत हद तक बदलने में मदद की है। डिजिटल युग से पहले लोगों को एक-दूसरे को पत्र और पैकेज भेजने में बहुत कठिनाई होती थी। भारत में ब्रिटिश काल में बने डाकघर की संरचनाओं से लेकर भारत के आकर्षक डाक भवनों तक, ये सभी डाक सेवाओं से जुड़ी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
10 किमी वॉक रिले ‘पोस्टथॉन’ कार्यक्रम का शुभारंभ
देहरादून जीपीओ परिसर में चीफ पोस्टमास्टर जनरल उत्तराखंड ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत बुधवार को पौधरोपण कर उत्तराखंड मंडल में विश्व डाक दिवस मनाया। साथ ही डाक कर्मचारियों के 10 किमी वॉक रिले ‘पोस्टथॉन’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दाैरान उत्तराखंड डाक परिमंडल के निदेशक डाक सेवाएं अनुसूया प्रसाद भी माैजूद थे।
11 अक्टूबर तक मनाया जाएगा राष्ट्रीय डाक सप्ताह
उत्तराखंड डाक परिमंडल सभागार में मुख्य पोस्टमास्टर जनरल शशि शालिनी कुजूर ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में राष्ट्रीय डाक सप्ताह के दौरान की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सात से 11 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया जा रहा है। सात अक्टूबर को मेल व पार्सल दिवस तो आठ अक्टूबर को फिलेटली दिवस मनाया गया। मुख्य पोस्टमास्टर जनरल शशि शालिनी कुजूर ने बताया कि 10 अक्टूबर को अन्त्योदय दिवस तो 11 अक्टूबर को वित्तीय सशक्तिकरण दिवस मनाया जाएगा।
विश्व डाक दिवस का उद्देश्य
मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि विश्व डाक दिवस का उद्देश्य आम जनमानस और व्यवासियों के रोजमर्रा के जीवन में डाक विभाग की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करना है। साथ ही वैश्विक समाजिक और आर्थिक विकास में उनके योगदान के बारे में बताना है।
उत्तराखंड परिमंडल की गिनाई उपलब्धियां
वित्तीय सशक्तिकरण के बारे में मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि डाकघरों द्वारा दूरस्थ जनता तक विभिन्न लघु योजनाओं के जरिए वित्तीय सेवा प्रदान की जा रही है। महिला सशक्तिकरण के लिए एक अप्रैल 2023 से प्रारंभ महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत एक हजार से दो लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। इसमें दो वर्षों के लिए 7.5 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। अभी तक उत्तराखंड डाक परिमंडल में 90 हजार खाते खोले गए हैं। इसके अतिरिक्त बचत बैंक के 2.70 लाख खाते खोले गए एवं 103 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।
डाक घर निर्यात केंद्र के बारे में मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड डाक परिमंडल में देहरादून आईबीसी सहित सभी 13 जिलों में कुल 18 डाकघर निर्यात केंद्र संचालित हैं। इनमें उत्तराखंड डाक परिमंडल के प्रथम डाकघर निर्यात केंद्र जो रूडकी प्रधान डाकघर में वर्ष 2022 में खोला गया था, शमिल है। वर्ष 2022 से अब तक डाकघर निर्यात केंद्र से परिमंडल को लगभग 1.2 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो चुका है।
फिलेटली के तहत परिमंडल के प्रदर्शन की जानकारी देते हुए मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि वर्ष 2023-24 में उत्तराखंड परिमंडल ने अल्मोड़ा मंडल में आयोजित जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी ‘अल्मोड़ापैक्स’ के अंतर्गत जागेश्वर धाम तथा कटारमल सूर्य मंदिर पर विशेष आवरण जारी किए थे। इसके अतिरिक्त जनजातीय उत्पादों के महत्व को दर्शाने के लिए मूंज घास, भोज पत्र तथा पौना नृत्य पर भी विशेष आवरण जारी किए गए थे।
इसके अलावा इस वर्ष चमोली मंडल में आयोजित जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी ‘चमोलीपैक्स’ के अंतर्गत गोपीनाथ मंदिर एवं वसुधारा जलप्रपात पर विशेष आवरण एवं बद्रीनाथ थाम पर स्थायी सचित्र रद्दीकरण जारी किए गए। इनके अतिरिक्त थुनेर (देहरादून वसंतोत्सव) मसूरी, पक्षियों का स्वर्ग (सवॉय होटल) एवं राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह (भारतीय वन्यजीव संस्थान) पर विशेष आवरण जारी किए गए।
दीनदयाल स्पर्श योजना और ढाई आखर पत्र लेखन को बढ़ावा
विद्यार्थियों में डाक टिकट संग्रह को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डाक विभाग द्वारा दीनदयाल स्पर्श योजना एवं पत्र लेखन को बढ़ावा देने के लिए ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता की शुरुआत की गई।
मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने सेल्फ बुकिंग क्योस्क मशीन एवं डिजीपिन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में गंगाजल की 464640 बोतल की आपूर्ति की गई है। इस वर्ष 2024-25 में अब तक 270000 बोतल की आपूर्ति की गई है। इनके अतिरिक्त परिमंडल के छह पीओपीएसके केंद्रों के जरिए वर्ष 2023-24 में 68385 एवं वर्ष 2024-25 में अब तक 20922 पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं।
मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने पीएलआई एवं आरपीएलआई के बारे में बताया कि वर्ष 2023-24 में 6614 नई पीएलआई पॉलिसियां खोली गई। इनसे 137.65 करोड़ का प्रीमियम अर्जित किया गया। इस वर्ष अब तक 5110 नई पीएलआई पॉलिसियां खोली जा चुकी हैं। इनसे 71.98 करोड़ का प्रीमियम अर्जित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2023-24 में 13192 नई आरपीएलआई पॉलिसियां खोली गई, जिनसे 97.90 करोड़ का प्रीमियम अर्जित किया गया। इस वर्ष अब तक 9945 नई आरपीएलआई पॉलिसियां खोली जा चुकी हैं, जिनसे 40.87 करोड़ का प्रीमियम अर्जित किया जा चुका है।
आईपीपीबी के बारे में मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि वर्ष 2023-24 में 58264 एवं इस वर्ष अब तक 24145 प्रीमियम खाते खोले जा चुके हैं। इनके अतिरिक्त जनरल बीमा (जीआई) के तहत वर्ष 2023-24 में 54.12 लाख की पालिसी एवं इस वर्ष अब तक 69 लाख की पालिसी जारी की जा चुकी है।
डाकघर भवनों के कराए गए जीर्णोद्धार, 18 डाकघर भवनों का निर्माण प्रगति पर
डाकघर के भवनों संबंधित कार्यों के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में देहरादून जीपीओ, देहरादून कैंट प्रधान डाकघर व कोटद्वार प्रधान डाकघर भवनों के जीर्णोद्धार के कार्य किए गए। इनके अतिरिक्त दो कार्यालयों (टनकपुर उपडाकघर व मंडलीय कार्यालय पौड़ी) में महिला शौचालय, दो डाकघरों (कोटद्वार प्रधान डाकघर व हल्द्वानी प्रधान डाकघर) में रैंप और रेलिंग एवं 17 विभागीय डाकघरों में ब्रेल साइनेज स्थापित किए गए। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत पांच विभागीय रिक्त भूमियों में लघु डाकघर भवनों के निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। 13 अन्य डाकघरों में भी कार्य प्रगति पर है।
802 ग्रामीण डाकसेवकों की होगी भर्ती, 436 पदों के लिए जारी होगी नई सूची
उन्होंने बताया कि ग्रामीण डाकसेवक के पदों के लिए वर्ष 2024 के लिए 1238 पदों के लिए चयन सूची जारी की गई थी। इसमें से 802 का प्रशिक्षण चल रहा है। 436 अभ्यर्थियों ने ज्वाइन करने से मना कर दिया। 436 पदों के लिए नई सूची ऑनलाइन पोर्टल से जारी की जाएगी।
उत्तराखंड में खोले जाएंगे 31 नए पोस्ट आफिस
मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि इस वर्ष 31 गांवों में नए पोस्ट ऑफिस खोले जाने के प्रस्ताव निदेशालय को प्रेषित किए गए हैं। जो आधार केंद्र सक्रिय नहीं हैं उन्हें सक्रिय करने का प्रयास किया जा रहा है।