रांची। रांची के मांडर में एक साथ चार मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को असामाजिक तत्वों ने बीती रात खंडित कर दिया। आज सुबह इसकी जानकारी मिलते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हजारों लोग लाठी-डंडों और हथियारों के साथ सड़क पर उतर आए। सुबह सात बजे से ही रांची-डालटनगंज मुख्य मार्ग (एनएच-75) को जगह-जगह जाम कर दिया गया है। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसे देखते हुए भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है। कई वरिष्ठ अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराने का प्रयास किया जा रहा है।
मांडर के मुड़मा स्थित महावीर मंदिर, छोटा बजरंग बली मंदिर, बूढ़ा महादेव और मड़ई देवी मंडप में स्थित प्रतिमाओं को असामाजिक तत्वों ने कटर मशीन से खंडित कर दिया। शुक्रवार सुबह इसकी खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते-देखते हजारों लोग लाठी-डंडों और परंपरागत हथियारों के साथ सड़क पर आ गए। इनमें महिलाओं की भी बड़ी तादाद है। लोग मूर्तियों को खंडित करने वालों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने और फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
गुस्साए लोगों ने सड़क पर जगह-जगह बांस से बैरिकेडिंग कर दी। सड़क पर टायर डालकर आग लगा दी गई है। एनएच-75 पर दोनों ओर से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। रांची के एसडीओ दीपक दुबे और ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो उत्तेजित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। ग्रामीण एसपी ने कहा है कि पुलिस मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने वालों का पता लगाने में जुटी है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम एसआईटी का गठन किया जाएगा।
इधर, झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंदिरों में प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि रांची ज़िले में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की घटनाएं तो मानो अब आम बात हो गई है। उन्होंने अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है।