जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने राज्य सरकार के एक वर्ष के निर्णयों की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे जनता में आक्रोश है और हम सरकार से सदन में इसका जवाब मांगेंगे।
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पायलट ने गुरुवार को अपने आवास पर पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार को एक वर्ष हो गया। इस अवधि में जो निर्णय सरकार ने लिए उनसे जनता में आक्रोश है। पिछली बार जो जिले बने राज्य सरकार ने उन जिलों को निरस्त कर दिया है। उससे भी जनता में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि हम सरकार से सदन के अन्दर इन सभी मुद्दों पर जवाब मांगेगे। जनता के मुद्दों को हम मजबूती से उठाएंगे।
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पायलट ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह भ्रमित है। राज्य सरकार के मंत्री बोलते हैं कि भर्ती रद्द कराएंगे। सरकार बोलती है कि रद्द नहीं कर सकते। सरकार के अन्दर जो गतिरोध है उसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में एक स्पष्ट नीति होनी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि कितने महीने हो गए इसको लटकाते हुए। चाहे उपनिरीक्षकों की भर्ती की बात हो या अन्य परीक्षाओं की, उसमें अनिश्चिता और अनिर्णय की जो स्थिति है उससे जनता में भ्रम पैदा होता है।
पायलट ने कहा कि राज्य सरकार में बहुत सारे शक्ति केंद्र बन चुके हैं। मंत्री कुछ बोलता है, सरकार कुछ बोलती है और इनके बीच में जनता पिस रही हैं। राज्य सरकार को अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए।