देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, उत्तराखंड बहुत ही मेल-मिलाप से रहने वाला राज्य है। यहां पर दंगा, आगजनी का कोई स्थान नहीं है। पूर्व में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं। जिससे राज्य का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया है। मैं कहना चाहता हूं कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं करने की भी कोई न सोचे। मुख्यमंत्री ने बताया कि दंगारोधी कानून को राज्यपाल ने स्वीकृति दे दी है। इसके लागू होने से प्रदेश में कोई अगर दंगा, आगजनी करता हुआ पाया जाता है।
राज्य सरकार की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाता है तो उसकी भरपाई दंगा करने वाले लोगों से की जाएगी। एक-एक रुपया दंगाईयों से वसूला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे राज्य के लिए यह कानून बहुत जरुरी था। दंगारोधी कानून के होने से इस तरह की घटनाएं पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएंगी। इसे लाने का उद्देश्य यह है कि हमारा बहुत शांत प्रदेश है, यहां दंगा, तोड़फोड़, उपद्रव का कोई स्थान नहीं है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दंगारोधी कानून को स्वीकृति मिलने पर राज्यपाल का आभार जताया। मुख्यमंत्री के साथ उनके सरकार के मंत्री भी मौजूद थे। धामी शनिवार को प्रदेश में आयोजित कई कार्यक्रम में शामिल हुए।
धामी ने एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, राज्य में खेल विश्वविद्यालय बनने से हमारे खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं एवं रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। हमारी सरकार द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले 31 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। धामी ने बताया कि प्रदेश में रिक्त सरकारी पदों को भरने की प्रक्रिया निरंतर जारी है, इसी क्रम में 1094 कनिष्ठ अभियंताओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए हैं। हमारी सरकार द्वारा पिछले 3 वर्षों में 17000 से अधिक पदों पर नियुक्तियां की गई हैं।