जानसठ। क्षेत्र में संचालित अस्पतालों में जब जांच टीम पहुंची तो यहां हड़कंप मच गया। कागजों में हेराफेरी कर संचालन का मामला सामने आने के बाद सीलिंग की कार्रवाई की गई।
अवैध तरीके से अस्पताल चलने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नगर में संचालित अस्पतालों पर छापा मारा। जांच में पाया गया कि अस्पताल का पंजीयन आयुर्वेद से है, डिप्टी सीएमओ डॉक्टर विपिन कुमार ने जानसठ सीएचसी प्रभारी डॉक्टर अजय कुमार व टीम के साथ मिलकर नगर में संचालित अस्पतालों के खिलाफ एक अभियान चलाया, जहां जांच के बाद नगर में संचालित भारत, आशीर्वाद, आदर्श, ग्लोबल, कमल, मदर इंडिया आदि अस्पतालों को सील कर दिया गया।
डिप्टी सीएमओ डॉक्टर विपिन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पतालों को लेकर शिकायत मिली है, जिसके बाद वह अपनी टीम के साथ जानसठ अस्पतालों में पहुंचे। टीम को यहां बकायदा कमरों में कई बेड के अस्पताल संचालित होते मिले। जांच में पता चला कि कुछ अस्पताल का पंजीयन आयुर्वेदिक है, लेकिन यहां इलाज एलोपैथिक पद्धति से हो रहा है। नियमानुसार आयुर्वेद विद्या से संचालित इस अस्पतालों में सिर्फ आयुर्वेदिक की दवाइयां वितरित की जानी चाहिए, लेकिन यहां पर बकायदे जांच और ऑपरेशन भी किये जा रहे थे।
उधर स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से झोलाछाप नीम-हकीम चिकित्सकों में हड़कंप मच गया। आपको बताते चलें कि गति दिवस जानसठ के अवैध अस्पतालों में डिलीवरी के दौरान कई महिलाओं की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी और सील की कार्यवाही की गई है। हालांकि अब देखना है कि यह सील कितने दिन तक लगी रहती है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कितनी गंभीरता के साथ इस अभियान को आगे चलाया जाएगा या फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।