जयपुर। राजस्थान के अजमेर में दरगाह पुलिस ने एक और बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। यह नागरिक कई साल पहले भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर भारत आया था और अवैध रूप से रह रहा था। इस नई गिरफ्तारी के साथ राजस्थान में चल रही कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों की कुल संख्या 20 हो गई है। दरगाह थाने के एसएचओ दिनेश जीवनानी के अनुसार, अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने क्षेत्र में रह रहे अवैध प्रवासियों और घुसपैठियों की पहचान करने तथा उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिला विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया है। अभियान के तहत टास्क फोर्स ने एक गुप्त सूचना के आधार पर अवैध रूप से रहने के संदेह में करीब 15 से 20 लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान उनमें से एक ने बांग्लादेशी नागरिक होने की बात कबूल की। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मोहम्मद मुनीर हुसैन (60) पुत्र अब्दुल के रूप में हुई है। मुनीर हुसैन ढाका का निवासी है। उसने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने और कई वर्षों से अजमेर के दरगाह क्षेत्र में रहने की बात स्वीकार की है। एसएचओ ने पुष्टि की कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। विशेष अभियान के तहत अब तक 20 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। बता दें कि हाल ही में राजस्थान के गृह मंत्री जवाहर सिंह बेधान ने आईएएनएस को बताया था कि राज्य सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों से सख्ती से निपट रही है। उदयपुर जेल में दो बांग्लादेशी और सेंट्रल जेल जयपुर में नौ बांग्लादेशी हैं। उदयपुर जेल में स्वरूप अधिकारी और मिलन मंडल हैं, जबकि सेंट्रल जेल में सिहाग खान, नजरुल उर्फ नोजू फकीर, रूपाली, सुल्तान, आजाद हुसैन, मेहंदी हसन, अहसनुल कोबीर, नुरूल और इंदादुल हैं। इस बीच, गृह मंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि भाजपा सरकार राज्य में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ गंभीरता से काम कर रही है।