जयपुर। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) पर चुप्पी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार इसे लागू कर सकती है तो भाजपा सरकार क्यों नहीं कर सकती ।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने राजस्थान के दौसा जिले में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्य की जनता को धोखा देने का आरोप लगाया।
प्रियंका गांधी ने कहा, ”मैंने टीवी पर देखा, मुझे नहीं पता कि यह सच है या नहीं, प्रधानमंत्री कुछ समय पहले राज्य में देवनारायणजी के मंदिर में गए थे और पीछे एक लिफाफा छोड़ गए थे। छह महीने बाद मैंने फिर देखा कि लिफाफा खोला गया और जनता सांस रोककर इंतजार कर रही थी। स्वाभाविक रूप से, जनता को उनके जैसे कद्दावर नेता से अच्छी खासी रकम की उम्मीद थी। लेकिन, उन्हें निराशा तब हुई जब लिफाफे में 21 रुपये की मामूली रकम थी।
अफसोस की बात है कि देश कहां जा रहा है? बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जा रही हैं, मंच पर खड़े होकर तरह-तरह के लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। जब आप उन्हें खोलते हैं, जब चुनाव खत्म हो जाते हैं और अपना काम दिखाने का समय आता है, तो कुछ नहीं होता है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) का दूरगामी वादा भी इसी तरह किया गया था।
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बीजेपी कार्यकर्ता कहते हैं कि हमारा चेहरा नरेंद्र मोदी होंगे। जनता को उनसे पूछना चाहिए कि क्या वह प्रधानमंत्री का पद छोड़कर राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे?
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि गरीबों से पैसा लूटकर उद्योगपतियों को दिया जाता है। अगर भाजपा सरकार सत्ता में आई तो पुरानी पेंशन योजना खत्म हो जाएगी और सस्ते सिलेंडर की सिर्फ कल्पना ही रह जाएगी।
बीजेपी के कई नेता खुद को भावी मुख्यमंत्री बता रहे हैं। पूरी भाजपा टुकड़ों में बंटी हुई है, लेकिन कांग्रेस मजबूती से खड़ी है और एकजुट है। मनरेगा पर प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने रोजगार नहीं दिया। उन्होंने मनरेगा का दायरा तो सीमित कर दिया, लेकिन रोजगार पैदा करने में असफल हो रहे हैं।
महंगाई इतनी ज्यादा है कि जनता की जेब में छेद हो गया है। लोग बाजार जाते हैं और खाली हाथ लौट आते हैं। जिन कंपनियों से आपको रोजगार मिल सकता था, उन्हें भाजपा की केंद्र सरकार ने अपने उद्योगपतियों को बेच दिया।
उन्होंने गहलोत सरकार की सराहना करते हुए कहा, “केंद्र की दोषपूर्ण नीतियां चीजों को मुश्किल बना रही हैं, लेकिन गहलोत सरकार आपको कठिन परिस्थिति से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है। राज्य सरकार को महंगाई राहत शिविर लगाने पड़ रहे हैं क्योंकि केंद्र सरकार महंगाई पर काबू नहीं पा रही है।”
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ”हमने 40 लाख महिलाओं को मोबाइल फोन दिए हैं। इस योजना के तहत दूसरे चरण में एक करोड़ महिलाओं को मोबाइल फोन मिलेंगे। विधानसभा चुनाव सिर्फ राजस्थान का नहीं, भविष्य का चुनाव है, पूरे देश का फैसला इससे होगा। हम यह चुनाव अपने विकास के आधार पर लड़ेंगे। भाजपा कहती है कि केवल कमल ही उसका चेहरा है। क्या यह कमल सड़कें बनाएगा।