नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 19 अप्रैल को कनाडा की राष्ट्रीय रक्षा मंत्री अनीता आनंद के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कनाडा की रक्षा कंपनियों को भारत में निवेश करने और साथ में मिलकर उत्पादन करने के लिए आमंत्रण दिया।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह वातार्लाप मित्रवत माहौल में जोशपूर्ण तथा सौहार्दपूर्ण रहा। इस बातचीत के दौरान दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ावा देने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। यह चर्चा ऐसे तौर-तरीकों पर आधारित थी जो दोनों देशों के लोकतांत्रिक लोकाचार तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की दृष्टि से साझा हितों को दर्शाता है।
कनाडा की राष्ट्रीय रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति और भारत के साथ अपने संबंधों को बढ़ाने से जुड़े महत्व के बारे में जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा की नौसेना की उपस्थिति में विस्तार का स्वागत किया। दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग के संभावित क्षेत्रों – विशेषकर संयुक्त राष्ट्र शांति प्रशिक्षण से लेकर रक्षा औद्योगिक सहभागिता तक पर चर्चा की।
रक्षा मंत्री ने इस बात पर मुख्य रूप से उल्लेख किया कि भारत प्रतिस्पर्धात्मक भूमि और श्रम लागत तथा दो रक्षा औद्योगिक गलियारों के साथ एक आकर्षक रक्षा विनिर्माण स्थल है। उन्होंने कनाडा की रक्षा कंपनियों को भारत में निवेश करने और साथ में मिलकर उत्पादन करने के लिए आमंत्रित किया। सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारतीय रक्षा कंपनियों को एकीकृत करने से भी फायदा मिलेगा।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि दोनों मंत्री रक्षा संबंधों को उच्च स्तर तक ले जाने और रक्षा क्षेत्र को भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनाने पर कार्य करने पर सहमत हुए।