मेरठ। पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में भाकियू टिकैत आज ट्रैक्टर मार्च निकाल रही है। विभिन्न जिलों में अलग अलग रास्तों से किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर कलक्ट्रेट तक पहुंचने लगे हैं। वही भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत या राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत भी ट्रैक्टर मार्च में शामिल होकर मेरठ पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन में पूरे देश का किसान एकजुट है। हम किसानों के लिए कहीं भी जाने को तैयार हैं। कहा कि किसानों के लिए दिल्ली दूर नहीं है।
आपको बता दें कि बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने अपनी मांगों को लेकर यूपी के अलग-अलग जिलों में विरोध-प्रदर्शन किया। इसी कडी में मेरठ कलेक्ट्रेट पर भी जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई खुद किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने की। राकेश टिकैत की अगुवाई में सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर लेकर डीएम ऑफिस की तरफ कूच किया। किसान नेता बैरिकेड गिराते हुए ट्रैक्टर लेकर कलेक्ट्रेट के अंदर तक पहुंच गए। जिसके चलते कलेक्ट्रेट का माहौल बेहद गरम हो गया।
इस बीच राकेश टिकैत ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय किसान यूनियन (BKU) का प्रदर्शन बुधवार को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा तथा पंजाब में जिला स्तर पर चल रहा है। बृहस्पतिवार को BKU की बैठक करके आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार सड़कों पर कील गडकर किसानों को दिल्ली जाने से रोक रही है। राकेश टिकैत ने जोर देकर कहा कि शायद सरकार को कुछ गलतफहमी हो गई है। कील हर गांव में किसानों के पास भी है अब सरकार कील गाढ़ रही है तो हम भी गांव के बाहर कील गडकर सरकार के लोगों को चुनाव में गांव में नहीं घुसने देंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार नहीं मानी तो हर गांव के बाहर सरकार के लोगों तथा नेताओं के लिए बैरिकेटिंग लगा दी जाएगी।
भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा किसानों की नही उद्यमियों की सरकार है। किसानों की सरकार होती तक अब से पहले एमएसपी पर गारंटी कानून बन चुका होता। उन्होंने यह बात जिलाधिकारी कार्यलय में भाकियू के ट्रेक्टर मार्च के बाद कलेक्ट्रेट में किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने दिल्ली जाने की बात पर कहा कि हमारे लिए यही दिल्ली है। भाकियू की ओर से सभी जिला मुख्यालय पर ट्रेक्टर मार्च के बाद ज्ञापन दिया जा रहा है, जिसमें एमएसपी समेत अन्य मुद्दों को शामिल किया गया है। गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।