शामली। भारतीय किसान यूनियन के आह्वान के बाद सैकड़ो किसान ट्रैक्टर मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए देश के महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक 14 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन जिलाधिकारी को सोपा। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियो ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति लगातार हठधार्मिकता का रवैया अपनाए हुए हैं। लेकिन किसान हर हाल में सरकार से अपना हक लेकर रहेंगे।
आपको बता दें कि बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर सैकड़ो किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों में सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहाँ किसानों को पुलिस द्वारा गेट पर रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन किसानों ने पुलिस की एक नही सुनी और नारेबाजी करते हुए अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर कलेक्ट्रेट में घुस गए। इसके बाद किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया और सरकार को जमकर घेरा।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि संगठन के शीर्ष नेतृत्व आवाहन के बाद यह ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। क्योंकि सरकार द्वारा लगातार किसानों के साथ वादा खिलाफी की जा रही है। जिससे किसान बेहद परेशान हो चुका है. जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन द्वारा एक 14 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन देश के राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को सोपा गया। ज्ञापन में एमएसपी सहित किसानों से जुडी अन्य मांगों को भी उठाया गया है. किसानों ने सरकार से अपनी सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा कराए जाने की मांग की है और मांगे पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष का कहना है, कि सरकार किसानों के साथ बार-बार वादा खिलाफी कर रही है और लगातार किसानों पर बढ़ते अत्याचार को देखते हुए किसान मजबूरन सड़कों पर उतर आया है। किसानो के साथ पंजाब में अत्याचार हो रहा है और हरियाणा सरकार भी किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हुए बॉर्डर पर कील ठोक रही है, दीवारें भी खड़ी कर रही है। मजबूर किसानों पर आशु गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन द्वारा शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन का एक-एक कार्यकर्ता बेहद शांति से हाई कमान के निर्देशों का पालन कर रहा है। अगर जिला प्रशासन द्वारा किसानों के साथ कुछ भी दुर्व्यवहार किया जाता है तो उसका जिम्मेदार जिले का प्रशासन होगा। क्योंकि वह प्रशासन से टकराव नहीं चाहते, और शांतिपूर्वक तरीके से धरना प्रदर्शन करना चाहते हैं।
ट्रैक्टर मार्च में पहुंचे गठवाल खाप के बाबा श्याम सिंह ने कहा कि 13 महीने दिल्ली में किसानों का आंदोलन चला था. इसके बाद सरकार ने किसानो की मांगे मानने की बात कही थी। लेकिन सरकार अपने वायदे से मुकर गई है। जिसके चलते आज सरकार को नींद से जगाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी किसानों की बात नहीं मानी जाती तो आगे की रणनीति इससे भी भयंकर बनाई जाएगी। जिसके लिए आगामी 27 ,28 फरवरी का प्रोग्राम तय किया जा गया है। जिसकी आज घोषणा की जाएगी। सभी ट्रैक्टर दिल्ली की तरफ मुंह करके हाईवे पर खड़े कर दिए जाएंगे। अगर सरकार ने कुछ नहीं किया तो वे सभी ट्रैक्टर दिल्ली की तरफ कूच कर जाएंगे।
पंजाब के किसानों साथ दिए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि आज संयुक्त मोर्चे की एक मीटिंग होनी है उसमें जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसका पालन भी किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन किसी से नहीं डरती इससे पहले कांग्रेस की सरकार थी। उससे भी नहीं डरी। और अब मोदी की सरकार है। भारतीय किसान यूनियन उससे भी नहीं डरती। उन्होंने कहा कि हम तो सिर्फ यही चाहते हैं कि शांतिपूर्वक किसानों का भला हो। और सरकार भी अपना काम करें। सरकार को हर हाल में किसानों को एमएसपी देनी होगी। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो बड़ा आंदोलन होगा। चाहे इस लड़ाई में जितने भी किसान शहीद हो जाए। लेकिन किसान अपना हक लिए बिना पीछे नहीं हटेंगे और अगर सरकार जनता की बात नहीं मानती है तो आने वाले समय में जनता भी सरकार को सबक सिखाएगी।