कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक बार फिर कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में एक आईएएस अधिकारी की पत्नी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। भाजपा नेता जितेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को एक्स पोस्ट के माध्यम से इस घटना पर नाराजगी जताते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि 14 और 15 जुलाई को दो दिनों तक एक आईएएस अधिकारी की पत्नी का गन पॉइंट पर अपहरण कर बलात्कार किया गया। पीड़िता किसी तरह आरोपितों के चंगुल से बच कर पुलिस तक पहुंची, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच करने के बजाय आरोपितों को बचाने की कोशिश की और सबूतों को नष्ट कर दिया।
इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए पूरे पुलिस स्टेशन के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कोर्ट ने मामले की निष्पक्ष जांच करने के निर्देश भी दिए हैं। यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत को दर्शाती है। जितेंद्र प्रताप सिंह ने सवाल उठाया कि अगर एक आईएएस अधिकारी की पत्नी राज्य में सुरक्षित नहीं है, तो आम लोगों की सुरक्षा का क्या होगा?
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में एक महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या की वजह से पश्चिम बंगाल सरकार की भारी किरकिरी हुई है। अभी यह विवाद थमा भी नहीं है कि आईएएस अधिकारी की पत्नी के साथ हुई इस वारदात ने पश्चिम बंगाल सरकार को मुश्किल में डाल दिया है।