अहमदाबाद। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में 188 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र सौंपा। इस मौके पर शाह ने कहा कि अब ये सभी लोग भारत के नागरिक कहलाएंगे, गर्व के साथ जीवन जी सकेंगे। यह 188 नागरिक अन्य शरणार्थियों के लिए एक उदाहरण होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नागरिकता प्राप्त करने वाले इन लोगों की संतानें आगामी समय में उद्योगपति, जनप्रतिनिधि जैसे पद प्राप्त कर देश सेवा करेंगे।
अहमदाबाद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में ‘नागरिकता प्रमाणपत्र वितरण’ कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री शाह ने कहा कि, “मेरे गृह राज्य गुजरात में इन परिवारों को नागरिकता प्रमाणपत्र प्रदान करने पर के लिए गुजरात सरकार एवं जनगणना विभाग को विशेष धन्यवाद देता हूँ।” अतीत में हुए अन्याय का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 से 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान आदि देशों से प्रताड़ित होकर भारत आने वाले नागरिकों को अब तक नागरिकता न देकर देश में भी प्रताड़ित किया गया, परंतु नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री के पद संभालने के बाद शरणार्थी नागरिकों को न्याय व नागरिकता, दोनों मिले हैं। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का उल्लेख करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद धर्म के आधार पर भारत का विभाजन हुआ और पड़ोसी देश के अल्पसंख्यक समुदायों पर अनेक प्रकार के अत्याचार किए गए। कुछ ने परिवार खोए, तो कुछ ने जीवनभर की मेहनत से बनाई संपत्ति खोई, परंतु उन्हें न्याय नहीं मिला। अंततः दशकों से अधूरा रहा कार्य नरेन्द्रभाई ने पूर्ण किया।
शाह ने कहा कि वर्ष 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) संसद से पारित होने के बाद कानून बना। इस कानून के तहत आज 188 नागरिकों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जा रहे हैं। अन्य शरणार्थियों को आश्वस्त करते हुए उन्होंने उनसे नागरिकता के लिए तेजी से आवेदन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश के गरीबों, युवाओं, किसानों तथा महिलाओं के विकास को लक्ष्य बना कर कार्य कर रही है। दूसरी ओर भव्य राम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर एवं शक्तिपीठ पावागढ़ की कायापलट कर सरकार ने विरासत का संरक्षण भी किया है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘जो कहना, वो करना’ का संकल्प रहा है। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्णायक नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि आतंकवाद व नक्सलवाद का मजबूती से खात्मा कर देश को सुरक्षित किया है। पटेल ने बलपूर्वक कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएए तथा वर्षों पुराने कानूनों में बदलाव लाकर विकसित भारत की संकल्पना में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा भारत सनातन हिन्दू संस्कृति, भाईचारे एवं वसुधैव कुटुम्बकम् में विश्वास करने वाला देश है और जी-20 जैसे आयोजन इसका प्रमाण देते हैं।
इस अवसर पर राज्य की जनगणना निदेशक आद्रा अग्रवाल ने स्वागत संबोधन में नागरिकता संशोधन अधिनियम को भारतीय संस्कृति की करुणा एवं उदारता के प्रतीक के समान बताया। इस समारोह में राज्यसभा के सदस्य नरहरि अमीन, अहमदाबाद की प्रतिभा जैन, सभी विधायक, राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, राज्य की गह सचिव निपुणा तोरवणे, अहमदाबाद जिला कलेक्टर प्रवीणा डीके, समाज के विभिन्न अग्रणी, सिंध माइनॉरिटी माइग्रेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, सदस्य तथा प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले 188 लाभार्थी व उनके परिजन उपस्थित रहे।