नयी दिल्ली, – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न संगठन मिल कर देश में युवाओं में नौकरी की बजाए खुद के रोज़गार या स्टार्टअप स्थापित करने के लिए प्रेरित एवं सहयोग करने के लिए ‘स्वावलंबी भारत अभियान’ चलाने जा रहे हैं।
इस अभियान में देश के हर जिले में युवाओं को ट्रेनिंग देने और उन्हें खुद के कामकाज शुरु करने के लिए मदद करने वाली टीमें तैयार हो चुकी हैं। इसके लिए दिल्ली में देशभर से दो हजार से ज्य़ादा कार्यकर्ताओं का अभ्यासवर्ग आयोजित किया जा रहा है। 17 से 19 फरवरी तक चलने वाले इस अभ्यासवर्ग में जिसमें विविध संगठनों के संगठन मंत्री शामिल हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार स्वदेशी जागरण मंच के साथ बहुत सारे स्वैच्छिक संगठनों (एनजीओ) ने मिलकर देश के हर युवा को काम देने के रणनीति बनाई गई है। जिसमें स्वरोज़गार, उद्यमिता एवम् कौशल विकास के द्वारा इसका हल निकाले जाने पर काम होगा। अभियान की केंद्रीय एवं प्रान्तीय टीमों का गठन संपूर्ण देश में हो चुका है। ज़िला स्तर की टीम भी देश के 90 प्रतिशत ज़िलों में बन चुकी हैं। शेष जिलों में टीम शीघ्र गठित हो जायेंगी।
आज सारे देश में लगभग 50 हजार कार्यकर्ता, 15 हजार डिजिटल वॉलंटियर एवं एक हजार पूर्णकालिक बंधु- बहनें पिछले एक वर्ष में इस अभियान से सीधे जुड़ चुके हैं। प्रत्येक ज़िले में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलनों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में स्वरोज़गार एवं उद्यमिता के प्रति एक सकारात्मक एवम् सम्माजनक वातावरण का निर्माण किया जा रहा है, ताकि देश का युवा रोजगार का याचक बनने की बजाय रोज़गार का प्रदाता बने।
देश में लगभग 450 ज़िलों में रोजगार सृजन केंद्र स्थापित हो चुके हैं जिनका कार्य युवाओं में स्वरोजगार एवं उद्यमिता के प्रति भाव जागरण, प्रोत्साहन एवं सहयोग करना है।