सहारनपुर। सहारनपुर जनपद के कस्बा नकुड़ में महिला डॉक्टर को धमकी भरा पत्र भेजकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने वाले जीजा-साली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने प्लॉट खरीदने और डॉक्टर को बर्बाद करने के लिए रंगदारी मांगना स्वीकार किया।
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि डॉ. मीनाक्षी सैनी का कस्बा नकुड़ में अस्पताल है। उनके यहां पर धमकी भरा पत्र डालकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। नकुड़ पुलिस नकुड़-अंबेहटा मार्ग पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने अंबेहटा की तरफ से आ रहे व्यक्ति को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी घेराबंदी करते हुए व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम गोपाल पुत्र जय सिंह निवासी बीराखेड़ी बताया। जिससे पूछताछ के बाद उसकी साली रीतू पुत्री रामस्वरूप निवासी मोहल्ला बंजारान थाना नकुड़ को भी घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों ने मिलकर महिला डॉक्टर से रंगदारी मांगने का प्लान बनाया। रीतू महिला डॉक्टर के यहां काम करती थी, जिसे डॉक्टर ने दो महीने पहले निकाल दिया था। पूछताछ के दौरान आरोपी गोपाल ने बताया कि नकुड़ में प्लॉट खरीदना था, जिसके लिए उसने सरसावा रोड पर प्लॉट देखा था।
इसके लिए रुपयों की जरूरत थी। पांच साल पहले आरोपी और उसकी पत्नी भी उसी अस्पताल में नौकरी करते थे। हालांकि बाद में उन्होंने छोड़ दी थी। करीब दो माह पहले अस्पताल संचालक ने गोपाल की साली रितू को भी नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद जीजा-साली ने मिलकर डॉक्टर को बर्बाद करने की योजना बनाई। 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के लिए डाक से धमकी भरा पत्र भेजा। आरोपी ने कहा था कि रंगदारी देनी है तो अस्पताल गेट पर चार तिरंगे झंडे लगा देना। दूसरे पत्र में दो तिरंगे हटाने के लिए कहा था।
ढाई लाख के चार पैकेट बनाकर बैग में रखकर टॉर्च लेकर बिना मोबाइल व ईयरफोन लेकर बुलाया। पत्र में छह जगह बताई थी। इनमें से एक जगह पर एक पन्नी में एक कागज रखा मिलेगा, जिसे पढ़कर आना। एक जगह पर पेपर रखने जा रहा था कि पुलिस ने देख लिया। जिसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया। पुलिस को देखकर फायरिंग कर दी, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी करते हुए पकड़ लिया।