लखनऊ। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा के कामकाज को और बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए आईआईटी और आई आई एम का सहयोग लिया जाएगा।
यूपी के विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधानसभा के कामकाज को और ढंग से करने के लिए प्रबंधन और तकनीक का सहयोग लिया जाएगा। सतीश महाना ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां बताई। महाना ने कहा कि विधानसभा के आगामी सत्र मे नई कार्य संचालन नियमावली पेश की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी वर्ष में आईआईटी और आईआईएम के विशेषज्ञों को बुलाकर उनसे सुझाव लिए जाएंगे कि विधानसभा की कार्यवाही को और किस तरह बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, वकील सहित हर विधा के विधायक हैं। इन विधायकों को मंत्रियों के पास भेजा जाएगा, विधायक अपने अनुभव और फील्ड की रिपोर्ट के आधार पर मंत्रियों को विभागीय कामकाज में सलाह देंगे।
महाना ने कहा कि पूर्व विधायक सलिल विश्नोई के प्रकरण में पांच पुलिस कर्मियों को विधानसभा में दी गई सजा देश में उदाहरण बनी है। सभी विधानसभाओं की ओर से इसकी रिपोर्ट मांगी जा रही है। दक्षिण भारतीय राज्यों की विधानसभा के लिए उसका अंग्रेजी में अनुवाद भी कराया गया है। महाना ने दावा किया कि इस बार बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण और बजट पर जितने विधायकों को बोलने का मौका मिला है, उतना बीते 30 वर्ष में कभी नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि एक वर्ष में विधानसभा की नकारात्मक छवि को सकारात्मक में बदलने का पूरा प्रयास किया है। विधायकों का जन्मदिन मनाना और महिलाओं के लिए एक दिन का विशेष सत्र भी इस वर्ष की उपलब्धि रही है। उन्होंने कहा कि देश में विधानसभा के यूपी मॉडल की सराहना हो रही है।