प्रयागराज- रामचरितमानस को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से आहत श्रीमत परमहंस सेवाश्रम के पीठाधीश्वर शिवयोगी मौनी बाबा महाराज ने मंगलवार को ऐलान किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में संत समाज ‘जो राम का नहीं,वो किसी का नहीं’ की थीम पर सपा के बहिष्कार की अपील करेगा।
मौनी बाबा ने माघ मेले में झूंसी स्थित अपने शिविर में पत्रकारों से कहा,“ रामचरितमानस पर विवादित बयानबाजी करने वाले सपा नेताओं का समय पूरा हो चुका है। संत समाज ने माघ मेले में संकल्प लिया है कि ‘जो राम का नहीें वह किसी काम का नहीं’ की थीम पर लोकसभा चुनाव में सपा के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। संत समाज माघ मेले में आने वाले हर श्रद्धालु को सपा की करतूत के बारे में जागरूक करेंगे।”
उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर अशोभनीय बयान कोई विक्षिप्त व्यक्ति ही दे सकता है। ये वही समाजवादी पार्टी है, जिसने 1990 में अयोध्या में रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। अब उनकी पार्टी के नेता पवित्र धर्म ग्रंथ पर अमर्यादित टिप्पणी करने लगे हैं।
संत ने कहा कि रामचरितमानस पवित्र ग्रंथ के अपमान को हिंदू समाज कभी माफ नहीं करेगा। आने वाले चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को देश का करोड़ों हिंदू मुंह तोड़ जवाब देगा और उन्हें इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
पीठाधीश्वर ने कहा कि अखिलेश यादव कई अवसरों पर यह कह चुके हैं कि वह ग्वाले हैं, भगवान श्रीकृष्ण और राम के वंशज हैं। इसके बावजूद उनकी पार्टी के नेता द्वारा भगवान राम के भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान देकर प्रदेश में भाईचारे का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्री यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी में कद बढ़ाकर क्या साबित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसका सीधा अर्थ है कि वह श्री मौर्य के बयान से इत्तेफाक रखते हैं। यदि नहीं तो करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर यह साबित करें कि वह सचमुच भगवान श्रीकृष्ण और राम के वंशज हैं।