नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष संजय सिंह ने आईएएनएस को बताया कि चयन समिति तय करेगी कि पेरिस ओलंपिक 2024 के अंतिम प्रतिभागियों का निर्धारण करने के लिए ट्रायल आयोजित किया जाएगा या नहीं। संजय सिंह ने कहा, “चयन समिति जो भी निर्णय लेगी, हम उसका पालन करेंगे।
ओलंपिक के लिए ट्रायल आयोजित करना है या नहीं, यह समिति तय करेगी, क्योंकि यह तय करना उनका काम है कि पेरिस में पहलवानों और हमारे देश के लिए सबसे अच्छा विकल्प क्या होगा।” इससे पहले, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी कुछ महिला पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई से अनुरोध किया था कि उन्हें चयन ट्रायल के अधीन न किया जाए।
उन्होंने कहा था कि अब से डब्ल्यूएफआई जो भी कदम उठाएगा उनका भारत की पदक संभावनाओं पर असर पड़ेगा। विनेश फोगाट ने महासंघ से अपने आधिकारिक ट्रायल प्रारूप की घोषणा करने का भी अनुरोध किया था, जबकि मेगा इवेंट में दो महीने बचे थे। 2024 खेलों में भारत के दल में छह पहलवान होंगे और पांच कोटा महिलाओं के माध्यम से आएंगे।
अमन सहरावत और निशा दहिया ने इस्तांबुल, तुर्की में विश्व ओलंपिक कुश्ती क्वालीफायर में भारत के कोटा की संख्या छह तक पहुंचा दी। 50 किग्रा वर्ग में विनेश फोगाट, 53 किग्रा में अंतिम पंघाल, 57 किग्रा में अंशू मलिक और 76 किग्रा वर्ग में रीतिका हुड्डा पहले ही अलग-अलग क्वालीफाइंग स्पर्धाओं में पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके थे।