भीलवाड़ा। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से वहां रह रहे हिंदुओं पर हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसको लेकर भारत में संत समाज काफी चिंतित है। भीलवाड़ा के हरिशेवा उदासीन आश्रम में संत समाज के लोगों ने बांग्लादेश के हालातों को लेकर एक बैठक की। उन्होंने वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की है। हरिशेवा धाम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने कहा, “बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ रहा है।
इसलिए संत व हिंदू संगठनों ने 9 अगस्त शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया है। हम इस संबंध में एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौपेंगे। हमारी सरकार से यही मांग है कि वहां रह रहे हिंदुओं को सुरक्षित भारत लाया जाए।” महामंडलेश्वर ने कहा, “भारत एक सनातन और हिंदू देश है।
इसलिए बांग्लादेश में हिंसा के शिकार हो रहे हिंदुओं को बचाकर लाना हमारा दायित्व है। अगर भारत में रोहिंग्या या बांग्लादेशी शरणार्थियों का विरोध हो रहा है तो वह सही है, क्योंकि दुनिया में कई मुस्लिम देश हैं। लेकिन, भारत एकलौता हिंदू राष्ट्र है। जहां तक शेख हसीना के भारत में शरण लेने का सवाल है तो वह दूसरे देशों के संपर्क में हैं।” बता दें कि हरिशेवा उदासीन आश्रम में हुई इस बैठक में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन, महंत संत दास महाराज हाथी भाटा, महंत रामदास रामायणी हनुमंत धाम, महंत बलराम दास महाराज और पुजारी मुरारी पांडेय समेत कई लोग मौजूद रहे।