नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी मार्केट में पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान जबरदस्त उतार चढ़ाव होता नजर आ रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन इस अवधि में 34,100 डॉलर से लेकर 35,200 डॉलर के बीच लगातार ऊपर नीचे हो रहा है। इसकी वजह से क्रिप्टो बाजार में लगातार अनिश्चितता बनी हुई है। हालांकि भारतीय समय के मुताबिक शाम 5 बजे बिटकॉइन 0.13 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार करता नजर आ रहा था।
शाम 5 बजे तक के कारोबार में मार्केट कैप के लिहाज से टॉप-10 में शामिल क्रिप्टो करेंसीज में से बिटकॉइन समेत सिर्फ 2 क्रिप्टो करेंसी मामूली गिरावट के साथ कारोबार करती नजर आ रही थीं, जबकि 8 क्रिप्टो करेंसी में तेजी बनी हुई थी। इन 24 घंटे के कारोबार के दौरान टॉप 10 में शामिल डोजेकॉइन ने 10 प्रतिशत से भी अधिक की मजबूती हासिल कर ली थी।
भारत में क्रिप्टो करेंसी का कारोबार करने के लिए अधिकृत एजेंसी कॉइन मार्केट कैप से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय समय के हिसाब से आज शाम 5 बजे तक बिटकॉइन 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,183.48 डॉलर यानी 28.45 लाख रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथेरियम की कीमत आज 2.16 प्रतिशत की मजबूती के साथ चढ़ कर 1,825.23 डॉलर के स्तर पर आ गई थी।
बिटकॉइन और एथेरियम के अलावा टेथर 0.01 प्रतिशत, बीएनबी 0.14 प्रतिशत, एक्सआरपी 1.35 प्रतिशत, यूएसडी कॉइन 0.01 प्रतिशत, सोलाना 1.95 प्रतिशत, कार्डानो 3.70 प्रतिशत और डोजेकॉइन 10.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर ट्रॉन 0.02 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा था। कॉइन मार्केट कैप के मुताबिक पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान क्रिप्टो करेंसी के ग्लोबल मार्केट कैप में 0.92 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। फिलहाल क्रिप्टो करेंसी का ग्लोबल मार्केट कैप बढ़ कर 1.27 लाख करोड़ डॉलर यानी करीब 105.72 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
ग्लोबल मार्केट कैप में बढ़ोतरी होने के बावजूद पिछले 24 घंटे के दौरान क्रिप्टो करेंसीज के लेन-देन में कमी दर्ज की गई है। इस अवधि में कुल 5,295 करोड़ डॉलर यानी 4.41 लाख करोड़ रुपये की क्रिप्टो करेंसी की लेन-देन हुई, जो 1 दिन पहले की तुलना में 14.70 प्रतिशत कम है। अगर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की बात करें कीमत में तेजी आने के बावजूद पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान क्रिप्टो करेंसी मार्केट में इस आभासी मुद्रा की स्थिति 0.42 प्रतिशत कमजोर हुई है, जिसके कारण इसकी मार्केट हिस्सेदारी घट कर 52.81 प्रतिशत रह गई है।