Friday, April 25, 2025

साल भर होते हैं चुनाव, विकास हो जाता है ठप : शिवराज सिंह चौहान

लखनऊ। ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि देश में साल भर कहीं न कहीं चुनाव होते हैं, जिससे विकास ठप हो जाता है। ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ होने से विकास को पंख लगेंगे। सरकारी व्यवस्थाओं का दोहन भी थमेगा। उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद द्वारा राजधानी लखनऊ के गांधी भवन प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ समय की आवश्यकता है। साल के 12 महीने चुनाव होते रहते हैं। हर प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री चुनाव प्रचार करते हैं, इससे विकास कार्य थम जाते हैं। हर महीने आचार संहिता लगने से जनकल्याणकारी योजनाएं भी प्रभावित होती हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने इस योजना पर काम करना शुरू किया था। अब समय आ गया है कि हम सभी उनके इस सपने को साकार करें। उन्होंने इस आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद का आभार व्यक्त किया। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय कृषि मंत्री एवं सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ को देश के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल देश पर आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि जब एक साथ चुनाव होंगे तो नवगठित सरकार को पांच वर्ष तक निरंतर विकास कार्य करने का पर्याप्त समय मिलेगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में मारे गए सभी नागरिकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और उनके आकाओं को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

उनके खिलाफ हमारे सुरक्षा बल लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ देश के लिए बहुत जरूरी है। लगातार चुनाव चलते हैं, इससे देश के संसाधनों और समय की हानि होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए न्यायमूर्ति रंगनाथ पाण्डेय ने कहा कि आचार संहिता से विकास की गति भी प्रभावित होती है। सभी को इस अभियान का महत्व समझना चाहिए। कार्यक्रम में ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ पर डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई। अत्याधुनिक एआई तकनीक द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का उद्बोधन भी हुआ।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय