खतौली। नगर पालिका परिषद खतौली के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार को एक बीस मीटर लंबी सड़क के निर्माण से कस्बे की कानून व्यवस्था के बिगडऩे का अंदेशा है। जिसके चलते सत्ताधारी पार्टी से जुड़े दो पक्षों की आपसी टशन के कारण सड़क का निर्माण कार्य लंबे समय के लिए अधर में लटकने के आसार बन गए हैं।
कस्बे के जी टी रोड़ को मोहल्ला दुर्गापुरी और शिवपुरी से जोडऩे वाली अशोका मार्किट स्थित एक लगभग 20 मीटर लंबी जर्जर सड़क के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव वार्ड सभासद विकास कौशिक द्वारा बोर्ड बैठक में पास कराया गया था। जिसके बाद पालिका ठेकेदार ने सड़क निर्माण से पहले नाली का निर्माण कराए जाने को इस सड़क पर व्यापार करने वाले गिनती के नौ व्यापारियों से अपनी दुकानों के आगे स्थित स्लैब तोडऩे को कहा।
बताया गया कि दो व्यापारियों ने अपने स्लैब तोड लिए, जबकि सात व्यापारियों ने अपने स्लैब तोडने से साफ मना कर यथास्थिति अनुरूप सड़क निर्माण करने की मांग ठेकेदार से की। वार्ड सभासद विकास कौशिक भी सड़क से पहले नाली का निर्माण कराए जाने के पक्ष में है।
उल्लेखनीय है कि स्लैब तोडऩे और ना तोडऩे वाले सभी 9 व्यापारी सत्ताधारी पार्टी से जुड़े हुए हैं। पालिका प्रशासन के लिए अशोका मार्किट की छोटी सी गली का निर्माण कराना सिर का दर्द बन गया है। विवाद का हल निकालने के लिए पालिका के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार तीन बार मौके मुआयना कर चुके हैं। इसके अलावा पालिका ने अतिक्रमणकारी व्यापारियों को अपने स्लैब तोडने के लिए नोटिस भी तामील करा रखे हैं। लेकिन सत्ताधारी नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त अतिक्रमणकारी व्यापारियों द्वारा अपने स्लैब नहीं तोड़े जा रहे हैं।
शुक्रवार को कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार ने विवाद का हल निकालने के लिए पालिका कार्यालय में बैठक आहूत की। बताया गया कि बैठक में अतिक्रमणकारी व्यापारियों का पक्ष लेने के लिए एक व्यापार मंडल से जुड़े लगभग दो दर्जन व्यापारी बैठक में भाग लेने पालिका कार्यालय पहुंचे।
जिन्होंने दलील दी कि निर्माणाधीन सड़क के व्यापारियों का अतिक्रमण तीन दशक से भी अधिक पुराना है। जिसके चलते यथास्थिति बरकरार रखकर ही सड़क का निर्माण होना चाहिए। जिसके बाद कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार ने ऑन रिकॉर्ड बयान देते हुए कहा कि दीपावली पर्व नज़दीक होने के चलते शांति व्यवस्था बनाए रखना पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता में है तथा अशोका मार्किट की सड़क निर्माण में जल्दबाजी करने से कस्बे की कानून व्यवस्था के बिगडऩे का अंदेशा है। जिसके चलते सड़क निर्माण का कार्य आम सहमति बनाकर दीपावली पर्व के बाद कराया जाएगा।