मुजफ्फरनगर। श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर चौड़ी गली नई मंडी में 1008 श्री अनंतनाथ भगवान की शोभायात्रा बड़ी ही धूमधाम से नई मंडी के विभिन्न मार्गो से निकल गई ,मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष अमित कुमार जैन एडवोकेट व मंत्री अशोक जैन ने बताया कि 1008 श्री अनंतनाथ भगवान की शोभायात्रा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से निकल गई है , इस बार रथ यात्रा महोत्सव में परम पूज्य आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महाराज की सुशिष्या ब्रा0 सरिता दीदी व ब्रा0 बबीता दीदी का परम सानिध्य प्राप्त हुआ जिनकी मंगल वाणी से समस्त जैन समाज को धर्म लाभ प्राप्त हुआ उन्होंने समाज को सन्देश दिया वितरण किए बिना वैतरणी पार नहीं होती।
हर पर्याय में जीव को वस्तुओ का संचय करने का संस्कार स्वत: ही उसमे आ जाता है,और तरह तरह के आयामों द्वारा वह वस्तुओ का संचय करता रहता है और सही – गलत,नैतिक-अनैतिक कुछ भी विचार किए बिना संचय को प्रधानता देता है जो उसे इस जन्म में भी निंद्य और पर जन्म में भी दुख भोगने के लिए बाध्य कर देती है, साधुओं ने कहा है की नरक में वैतरणी जैसी अपवित्र दुखदायी नदिया होती है और अधिक संचय करने से नरक के दुखो को भोगना पढ़ता है यदि कोई उन दु:खों से बचना चाहता है तो जो संचय किया है वह वितरण करना प्रारंभ कर देवें।
जितनी आवश्यकता है, उतना ही जोड़े। बाकी को मानव सेवा में, राष्ट्र की सेवा में,धर्म की सेवा में लगाए। जीवन केवल धन जोड़ने के लिए नहीं अपितु सेवा करने के लिए हैं, दीन दुखियों के लिए भोजन वस्त्र का प्रबंध कराए, अशिक्षितों को शिक्षा का प्रबंध कराए,रोगियों को उपचार कराए अपनी समाज,अपने शहर,अपने प्रदेश,अपने राष्ट्र के उद्धार में अपना संचय किया हुआ द्रव्य दान करें। जीवन की यात्रा सुखमय बनाने के लिए सामान कम रखे,आवश्यक रखें! अधिक आकांक्षाएं हमे सदैव दु:खी रखती है, सुखी होने के लिए धन की नहीं धर्म की शांति की आवश्कता हैं, धनाढ्य सेठ साहूकार भी धन होने पर भी दु:खी देखे जाते है संसार है। इसलिए जो प्राप्त है, उसमे संतोष रखे,जो अधिक है उसे सेवा के कार्य में लगाए और अपना जन्म सफल करें! यही नीति है यही मानवता है।
इस दौरान निग्रन्थ जैन पाठशाला की संचालिका श्रीमती स्वीटी जैन के बच्चों द्वारा मंदिर जी में 1008 श्री अनंतनाथ भगवान की शोभायात्रा के उपलक्ष्य में बहुत ही सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसका सभी जैन धर्म प्रेमी बिंदुओं ने हृदय से बच्चों का उत्साह वर्जन किया। अभय जैन कव्वाल वालों के द्वारा सभी बच्चों को पारितोषिक पुरस्कार वितरण किये गये। रात में प्रभु 1008 श्री अनंतन भगवान को लेकर बैठने का अवसर सुनील कुमार जैन शरद कुमार जैन शाहपुर वाले परिवार को प्राप्त हुआ तथा प्रभु का रथ चलाने का सौभाग्य अभय कुमार जैन शुद्धतम जैन कवाल वालों परिवार को प्राप्त हुआ खजांची बनने का अवसर सिद्धांत जैन कवाल वाले परिवार को प्राप्त हुआ । कुबेर इंद्र बनने का अवसर शोभित जैन परिवार को प्राप्त हुआ श्रीजी की रथ यात्रा नई मंडी के विभिन्न मार्गो से होती हुई वापस मंदिर जी में पहुंची और भगवान का जलाभिषेक करते हुए गंधोदक वितरित किया गया तथा सभी ने अनंतनाथ भगवान की जय जयकार की।
रथ यात्रा महोत्सव में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि चंद्र कुमार जैन गुलशन केमिकल्स प्राइवेट लि0 रहे, समारोह गौरव राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल आदि रहे तथा अमित कुमार जैन एडवोकेट, अशोक जैन सराफ मंत्री, नवीन जैन कोषाध्यक्ष, राजकुमार जैन मंसूरपुर वाले ,विमल जैन बैक वाले , नवीन जैन ,सुनील जैन,अभय जैन, अरविंद जैन, ऋषभ जैन, कवाल वाले ,मुकेश जैन (मीनू) खतौली वाले, अजय जैन,मुदित जैन,राजीव जैन मंसूरपुर वाले,मधुबन जैन, प्रदुमन जैन शाश्त्री जी,आदि काफी संख्या में महिलाएं, बच्चे, पुरुष उपस्थित रहे।