मुज़फ्फरनगर-खतौली में एसआईबी टीम द्वारा कस्बे के एक बड़े टिंबर व्यापारी के यहां छापामार कार्यवाही किए जाने से कस्बे के व्यापारियों में हड़कंप मच गया। 24 घंटे चली छापामार कार्यवाही में जीएसटी की चोरी पकड़े जाने पर टिंबर व्यापारी से तीस लाख रुपए मौके पर जमा कराए गए। चर्चा है कि टिंबर व्यापारी द्वारा एक बड़े भाजपा नेता से सिफारिश कराया जाना भी इसके काम नहीं आ सका।
मंगलवार की सुबह एसआईबी की टीम ने खतौली में जी टी रोड़ स्थित पीएनबी की पुरानी बिल्डिंग के नज़दीक एक बड़े टिंबर व्यापारी के यहां छापामार कार्यवाही की। लकड़ी कारोबारी के यहां एसआईबी रेड का पता चलते ही आस पास के बड़े व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों के शटर गिराकर अपने घरों को चलते बने।
जॉइंट कमिश्नर जेएस शुक्ला के निर्देश पर डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा के नेतृत्व में एसआईबी टीम द्वारा लकड़ी व्यापारी के यहां छापामार कार्यवाही की गई। छापामार कार्यवाही मंगलवार सुबह दस बजे से बुधवार की सुबह तक चली। 24 घंटे चली जांच के बाद डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा द्वारा बताया गया कि व्यापारी के यहां लगभग एक करोड़ का माल स्टॉक रजिस्टर में दर्ज नहीं मिला, जिसके चलते विभाग की टीम द्वारा आर्थिक दंड के रूप में व्यापारी से 30 लाख रुपए मौके पर ही जमा कराये गए है।
एसआईबी टीम में डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा के अलावा असिस्टेंट कमिश्नर योगेंद्र प्रसाद सिंह, अमरेश कुमार सिंह, प्रद्युमन चौधरी, श्रीमती प्रतिभा सिंह, महावीर प्रसाद, संदीप सत्यार्थी, अनिल कुमार आदि स्टाफ शामिल रहा।
चर्चा है कि छापामार कार्यवाही में कुछ रियायत पाने के लिए लकड़ी व्यापारी द्वारा भाजपा के एक बड़े नेता से सिफारिश कराना भी इसके कुछ काम नहीं आ सका।