बहराइच । जनपद में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गये राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार सोमवार की शाम को हुआ। पुलिस की ओर से छह नामजद और चार अज्ञात लाेगाें के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज से उपद्रव करने वालों को चिन्हित कर गिरफ्तारी की जाएगी। 30 से अधिक लोग हिरासत में लिये गए हैं। लापरवाही बरते जाने पर थानाध्यक्ष समेत दो पुलिसकर्मी निलम्बित किए गये हैं।
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि रविवार को महसी के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदाय के लोग आमने सामने आ गये थे। इस दौरान पत्थरबाजी, फायरिंग की घटना में राम गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई थी। कई लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद देर रात मचे बवाल को पुलिस ने किसी तरह संभाल लिया था।
सोमवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन शव को लेकर तहसील मुख्यालय पहुंचकर सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे। उनकी मांग थी कि आरोपितों का एनकाउंटर उनके सामने किया जाए। उनके घर को बुलडोजर से गिराया जाए। प्रशासन के लोग परिजन को मना रहे थे। लेकिन उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया।
वाहन, घर दुकानों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि इंटरनेट सेवा को बंद करना पड़ा। बाहर से पुलिस फोर्स, पीएसी बुलायी गई। लखनऊ से सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश बहराइच जनपद पहुंचे। उन्होंने मोर्चा संभाला। प्रशासन कई घंटों तक परिवार को मनाता रहा।
साम्प्रदायिक हिंसा में गुस्साएं लोगों ने सोमवार को सधुवापुर, नथुआपुर, महराजगंज कस्बा, कबरियन पुरवा, और दर्जिन पुरवा में तोड़फोड़ की। 12 मोटरसाइकिल और दो ट्रैक्टरों को को आग के हवाले कर दिया। अस्पताल और दुकानों में आग लगा दी गई। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज किया।
साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों को समझाने के लिए प्रशासन के अधिकारियों संग स्थानीय विधायक को भी मैदान में उतरना पड़ा। पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी द्वारा पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि आरोपी को चिन्हित कर कुर्की की कार्रवाई के साथ बुलडोजर की कार्रवाई की जाए। हालांकि विधायक सुरेश्वर सिंह ने पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि आरोपितों को किसी भी हाल पर बख्शा नहीं जाएगा, कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए। सोमवार की देरशाम को शव को अग्नि दी गई। इस दौरान पुलिस बल तैनात रहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच की घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये। साथ ही डीजीपी प्रशांत कुमार कुमार से घटना को लेकर बात की। वहीं सीएम योगी के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता ग्राउंड जीरो पर पहुंचे।
इस दौरान माहौल को बेहतर बनाने के लिए चार आईपीएस, दो एएसपी, चार डिप्टी एसपी को तैनात किया गया। सभी अधिकारियों ने बहराइच में मोर्चा संभाला। इसके साथ ही स्थिति काे नियंत्रित करने के लिए 12 कंपनी पीएसी, दो कंपनी सीआरपीएफ, एक कंपनी आरएएफ को भेजा गया जबकि रेंज और जोन के अधिकारी मौके पर पहले से मौजूद थे। यहां से भी बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया।
बहराइच में स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए फोर्स ने गली-गली में सर्च शुरू किया और उपद्रवियों को खदेड़ा। इसके अलावा चप्पे पर पुलिस के जवान को तैनात किया गया। सीएम योगी के निर्देश पर पुलिस और प्रशासन का सख्त एक्शन देख उपद्रवी और अराजक तत्व अंडर ग्राउंड हो गये। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने उपद्रवियों की तलाश शुरू की। इस दौरान 30 से ज्यादा अराजतत्वों को हिरासत में लिया गया।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि फिलहाल बहराइच में पूरी तरह से शांति है और स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि घटना में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। इसमें 4 उपद्रवियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गयी है जबकि अज्ञात अराजक तत्वाें की जानकारी जुटायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी नजर पूरी मामले पर है। उनके निर्देश पर उपद्रवियों की तलाश तेज कर दी गयी है। सभी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान डीजीपी ने स्थानीय निवासियों से अफवाहों और भ्रामक खबरों से सावधान रहने की अपील की।
जिले में मूर्ति विसर्जन को लेकर रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिंसा में मारे गए युवक के परिजन और आक्रोशित ग्रामीण लगातार आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे। उसी की आड़ में अराजक तत्व आगजनी की घटना और तोड़फोड़ को अंजाम दे रहे हैं।
महाराजगंज में महसी इलाके में रविवार की शाम को दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था। डीजे की धुन पर लोग नाच गा रहे थे। इस दौरान विशेष समुदाय के लोगों ने गाने को बंद करने को कहा तो दोनों समुदाय के लोगों में कहासुनी होने लगी। देखते ही देखते मारपीट, पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग में एक युवक राम गोपाल मिश्रा की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हो गये। इस घटना के बाद लोग और आक्रोशित हो गये और बवाल बढ़ गया।
बलवाइयों ने सरकारी सम्पत्ति, दुकानों, घरों और वाहनों को आग के हवाले करना शुरू कर दिया। बवाल बढ़ता देखकर पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए आसपास के जिलों से अतिरिक्त फोर्स मंगवा ली। प्रशासन और पुलिस ने किसी तरह हालात को काबू में किया।
राम गोपाल का शव पंचनामा के बाद उनके घर ले जाया गया तो परिजनों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद एक बार फिर शांतिपूर्ण माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोग लाठी डंडा लेकर सड़क पर उतर गये। सामने जो कुछ भी दिखता, उसे आग के हवाले कर दे रहे थे। बाद में अफसरों के समझाने पर परिजन दाह संस्कार को राजी हुए थे .
उपद्रवियों को पिस्टल लेकर दौड़ाते हुए दिखे अमिताभ यश
एसटीएफ मुखिया अमिताभ यश पुलिस फोर्स के साथ बहराइच की सड़कों पर हाथ में पिस्टल लेकर उपद्रवियों को दौड़ाते हुए नजर आए। एसटीएफ चीफ के हाथ में पिस्टल देखकर उपद्रवी सरेंडर करते हुए आगे-आगे भाग रहे थे। अमिताभ यश के इस एक्शन का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वे एक हाथ में पिस्टल और दूसरे हाथ में चश्मा पकड़े हुए नजर आ रहे हैं।
सीएम का अधिकारियों को सख्ती से निपटने का निर्देश
इससे पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती के साथ निपटने के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह बवाल को लेकर अफवाह फैलाने वालों से भी सख्ती से निपटें। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
अब तक 30 लोग हिरासत मेंः पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रविवार को महसी के महाराजगंज क्षेत्र के मुस्लिम इलाके से मूर्ति विसर्जन के लिए दुर्गा प्रतिमा ले जाई जा रही थी। उसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने—सामने आ गये। इसमें हिन्दू पक्ष से एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई तो विभिन्न स्थानों पर मूर्ति विसर्जन को रोक दिया गया था। इसकी आड़ में अराजक तत्वों ने उपद्रव मचाया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेकर मूति विसर्जन करवाया। मृतक के परिजनों को आश्वासन देकर अंतिम संस्कार कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरएएफ की तैनाती की गई है। 30 लोग हिरासत में लिये गये हैं।