कोलकाता। पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए व्यापक हिंसा के बीच शनिवार को मतदान जारी है। मतदान के पहले तीन घंटे में कम से कम छह लोगों की मौत की सूचना है।
चुनावी हिंसा में मुर्शिदाबाद में दो और कूच बिहार, पूर्वी बर्दवान, मालदा और नादिया जिलों में एक-एक लोगों की मौत हुई है।
राज्य भर में हुई झड़पों में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
घायलों की सही-सही संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है।
गत 8 जून को मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद से अब तक चुनाव संबंधी हिंसा में कम से कम 25 लोग मारे जा चुके हैं।
विभिन्न इलाकों से बड़े पैमाने पर हिंसा, बमबारी और गोलीबारी की खबरें आ रही हैं।
राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा सुबह 7.30 बजे मतदान शुरू होने से लेकर सुबह 10.20 बजे तक अपने कार्यालय से गायब रहे।
भारी आलोचनाओं के बाद आखिरकार वह सुबह 10.20 बजे के बाद मध्य कोलकाता स्थित अपने कार्यालय पहुंचे और मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दिए बिना अंदर चले गए।
विशेष रूप से मुर्शिदाबाद और कूचबिहार जिलों में कई मतदान केंद्रों पर मतपेटियों और मतपत्रों की बड़े पैमाने पर लूटपाट हुई और उन्हें नष्ट किया गया।
अधिकांश स्थानों पर केंद्रीय सशस्त्र बल के जवान बूथों पर नहीं दिखे। वहां मौजूद राज्य पुलिस के जवान और मतदान कर्मी मूकदर्शक बने रहे और आपराधिक गतिविधियां बेरोकटोक जारी रहीं।
राज्य चुनाव आयोग और पुलिस ने अभी तक हिंसा पर कोई टिप्पणी नहीं की है।