गाजियाबाद। प्रह्लादगढ़ी के एक मकान में शौचालय के पाइप में छह माह का भ्रूण फंसा होने की जानकारी पर सनसनी मच गया। प्रह्लादगढ़ी में देवेंद्र उर्फ देवा का मकान है। इस मकान में नौ किराएदार रहते हैं और सभी एक ही शौचालय प्रयोग करते हैं। शौचालय का पाइप ब्लॉक हो गया था। इस पर देवेंद्र ने प्लंबर को बुलाकर पाइप कटवाया। उसके बाद जो नजारा सामने आया उसने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी।
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दरअसल शौचालय के पाइप से करीब छह माह का भ्रूण निकला है। देवा ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उसी के बाद यह पता चल सकेगा कि पाइप से मिला भ्रूण मेल है या फीमेल। डीएनए रिपोर्ट से खुलेगा राज एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि इस मकान में नौ किराएदार परिवार रहते हैं। सभी इस शौचालय का प्रयोग करते हैं। उन सबसे पूछताछ की गई है, लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया। पुलिस ने भ्रूण को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। भ्रूण कौन से परिवार का है, यह पता लगाने के लिए पुलिस डीएनए जांच भी कराएगी।
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उन्होंने बताया कि देवेंद्र उर्फ देवा ने डायल 112 पर फोन करके रात पुलिस को अपने घर में शौचालय पाइप में भ्रूण के फंसे होने की सूचना दी थी। शौचालय के पाइप में फंसा मिला भ्रूण सूचना पर पहुंची पुलिस को शौचालय का पाइप कटा हुआ मिला। पाइप के एक हिस्से में भ्रूण फंसा हुआ था। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर भ्रूण को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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देवेंद्र ने बताया कि उनके मकान में नौ मजदूर परिवार किराये पर रहते हैं। अचानक पानी रुकने की वजह से शौचालय का पाइप काटना पड़ा, तब भ्रूण के फंसे होने की जानकारी मिली। डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि पुलिस सभी नौ परिवारों से पूछताछ कर रही है, लेकिन पूछताछ में यह पता नहीं चल सका है कि भ्रूण किसका था। जरूरत पड़ी तो मामले में संदिग्ध परिवारों की डीएनए जांच कराई जाएगी।