सौंदर्य के प्रति महिलाएं प्रारंभ से ही जागरूक रही हैं इसीलिए आज कास्मेटिक इंडस्ट्री इतनी तेजी से फल-फूल रही है। नित नए सौंदर्य प्रसाधन बाजार में आते हैं और महिलाओं को इनकी खरीदारी करते हुए देखा जा सकता है पर त्वचा विशेषज्ञों का मानना है कि हमारे सौंदर्य में कास्मेटिक से भी अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है हमारा आहार।
अच्छे कांप्लेक्शन, टैक्सचर, झुर्रियों रहित त्वचा के लिए सबसे आवश्यक है सही डाइट। यही नहीं, त्वचा से संबंधित कई रोगों को दवा से बेहतर डाइट द्वारा ठीक किया जा सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार मछली, फल, सब्जियां, आलिव आयल युक्त डाइट से आप अपनी त्वचा के कांपलेक्शन में सुधार पा सकते हैं। कई प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों जैसे एक्ने आदि में भी सही डाइट द्वारा छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जाने अच्छे कांपलेक्शन के लिए आपको कैसी डाइट लेनी चाहिए।
मेथी, पालक, ड्रमस्टिक आदि हरी सब्जियां एंटीआक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हैं। इनमें आयरन की मात्रा भी अधिक होती है। जो महिलाएं अपनी डाइट में आयरनयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करती, उनमें आंखों के नीचे गहरे काले गड्ढे होने की समस्या पाई जाती है। हरी सब्जियों में जिंक की मात्रा भी भरपूर होती है, इसलिए इन्हें अपने आहार में अवश्य शामिल करें।
वसा का सीमित सेवन त्वचा के लिए बहुत ही आवश्यक है। मुलायम, स्निग्ध त्वचा के लिए सही मात्रा में वसा का सेवन करना चाहिए। आजकल महिलाएं इतनी हेल्थ कांशियस हो गई हैं कि अपनी डाइट में से वसा को पूर्णत: निकाल देती हैं।
अगर आपकी त्वचा भी रूखी, लकीरों वाली हो रही है तो ध्यान दें कि क्या आप अपनी डाइट में सही मात्रा में वसा का सेवन कर रही हैं। मोनोसेच्यूरेटिड और पोली आयल जैसे तिल, आलिव, सरसों आदि अच्छी वसा के स्रोतों का सेवन करें। इस थोड़े से परिवर्तन से ही कुछ सप्ताह में आप अपनी त्वचा में सुधार पाएंगे।
त्वचा में नमी की कमी भी त्वचा को आभाहीन, थकी हुई सी बना देती है। इसके लिए सबसे अच्छा है पानी की सही मात्रा लेना। अधिक पानी पीना आपको बहुत से स्वास्थ्य लाभ भी देता है। कम से कम आठ गिलास पानी प्रतिदिन पिएं और अपनी त्वचा की नमी को कायम रखें।
त्वचा में लचीलापन लाने के लिए एंटीआक्सीडेंट विटामिन ‘ए व ‘सी के अच्छे स्रोतों का भी सेवन करें। टमाटर का सेवन करें। इसमें कैंसर से लडऩे वाले कैमिकल्स पाए जाते हैं। विटामिन सी त्वचा को लचीला बनाता हैं। विटामिन ए त्वचा में इनफेक्शन होने से सुरक्षा देता है जिससे त्वचा एक्ने का शिकार नहीं हो पाती।
हमारी त्वचा में कोलाजेन के पुन: निर्माण के लिए जिन एंटीआक्सीडेंट्स की प्रतिदिन आवश्यकता होती है उसकी पूर्ति का सबसे बड़ा स्रोत है ब्लूबैरीस। बैरीस में पोलीफीनोल्स नामक एंटीआक्सीडेंट पाया जाता है जो त्वचा को असमय झुर्रियों का शिकार होने से सुरक्षा देता है।
कई शोधों से प्रमाणित हुआ है कि ब्लूबैरीस में संतरे से भी तीन गुणा अधिक एंटीआक्सीडेंट पाए जाते हैं इसलिए अपनी डाइट में स्ट्राबेरी, जामुन व आंवले को शामिल करें और त्वचा को जवां रखें। कई ब्यूटी प्रोडक्टस के निर्माण में भी इनका प्रयोग किया जा रहा है।
फ्री रेडिकल्स से त्वचा के कोलाजन की रक्षा के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड भी लाभप्रद हैं इसलिए अपने भोजन में ओमेगा 3 फैटी एसिड के स्रोतों का सेवन करें। सी फूड जैसे मैकरेल, टयूना आदि को अपनी डाइट का अंग बनाएं। अगर सी फूड न खाना चाहें तो फिश आयल सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। यह भी आपको वही लाभ देगा।
त्वचा में आभा लाने के लिए व त्वचा को झुर्रियों रहित रखने के लिए केरोटिन, लाइकोपिन आदि एंटीआक्सीडेंट अच्छे हैं और इनका अच्छे स्रोत हैं खरबूजा। इसलिए प्रतिदिन तीन-चार स्लाइस खरबूजे के खाएं।
– सोनी मल्होत्रा