मुज़फ्फरनगर। मुंबई में बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) द्वारा जैन समाज के मंदिर को तोड़े जाने के विरोध में जैन समाज में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। सोमवार को खतौली कस्बे में हजारों की संख्या में जैन समाज की महिलाओं और पुरुषों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और पैदल मार्च निकाला।
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प्रदर्शनकारी खतौली के मुख्य मार्गों से होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी (एसडीएम) खतौली को सौंपा। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
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जैन समाज के लोगों ने कहा कि उनका धर्म अहिंसा और शांति का प्रतीक है, लेकिन जिस प्रकार से मुंबई में मंदिर को तोड़ा गया, उसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जैन समाज का हर बच्चा-बच्चा अपने धर्मस्थलों की रक्षा के लिए प्राण देने को तैयार है।
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प्रदर्शन में शामिल समाज के प्रमुख लोगों ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी की सरकार का समर्थन करते आए हैं, लेकिन मंदिरों को निशाना बनाना बेहद निंदनीय और अस्वीकार्य है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जैन मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।