देवबंद (सहारनपुर)। सोतोकान कराटे इण्डियन एसोसिएशन द्वारा मेरठ में आयोजित ब्लैक बेल्ट प्रतियोगिता में दून वैली पब्लिक स्कूल देवबंद के बारहवीं कक्षा के छात्र सोमित सिंह गौतम ने अपनी शानदार प्रतिभा और मेहनत के बल पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि के लिए सोमित सिंह गौतम को भारतीय कराटे एसोसिएशन द्वारा ब्लैक बेल्ट तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सोमित सिंह गौतम की इस शानदार सफलता ने न केवल उनके परिवार एवं विद्यालय बल्कि पूरे शहर का गौरवान्वित किया है।
सोतोकान कराटे इण्डियन एसोसिएशन की यह ब्लैक बेल्ट प्रतियोगिता एक प्रतिष्ठित आयोजन है जिसमें देश भर के युवा कराटे खिलाड़ी भाग लेते हैं। प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्गों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं को शारीरिक और मानसिक मजबूती प्रदान करना और कराटे की विधाओं में निपुणता हासिल कराना है। इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ियों को कठिन परीक्षा और चुनौतीपूर्ण मुकाबलों का सामना करना पड़ा। ब्लैक बेल्ट कराटे में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है। यह केवल एक बेल्ट नहीं है बल्कि एक खिलाड़ी की मेहनत, निपुणता और इस कला में महारत की प्रतीक है। ब्लैक बेल्ट पाने के लिए खिलाड़ियों को कठिन परिश्रम और कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है।
यह बेल्ट उन खिलाड़ियों को प्रदान की जाती है, जिन्होंने कराटे के विभिन्न स्तरों में निपुणता हासिल कर ली है और अब वे अपनी कला में और गहरे उतरने के लिए तैयार हैं। सोमित सिंह गौतम की इस सफलता के पीछे उनकी वर्षों की मेहनत, समर्पण और अनुशासन है। दून वैली पब्लिक स्कूल के इस होनहार छात्र ने बहुत छोटी उम्र से ही कराटे की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी। उनके कोच ने बताया कि सोमित सिंह गौतम ने नियमित रूप से कड़ी ट्रेनिंग की और कभी हार नहीं मानी। प्रतियोगिता के समापन पर भारतीय कराटे एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में सुमित को ब्लैक बेल्ट और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
दून वैली स्कूल के चेयरमैन राजकिशोर गुप्ता जी व प्रधानाचार्या सीमा शर्मा ने कहा कि सोमित सिंह गौतम ने अपने अनुशासन और लगन से यह साबित कर दिया है कि अगर किसी के पास समर्पण और मेहनत है, तो वह किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि सुमित की इस जीत से स्कूल के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी खेलकूद और शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे।